दीपों से सजी काशी, गंगा की लहरों पर तैरते दीपदान और घंटियों की मधुर ध्वनि… ये नज़ारा सिर्फ देव दिवाली (Dev Diwali) पर ही देखने को मिलता है। आज, 4 नवंबर 2025 को, पूरे भारत में देव दिवाली का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। कहते हैं कि इस दिन स्वयं देवता भी पृथ्वी पर उतरकर गंगा में स्नान करते हैं और दीप जलाकर भगवान शिव की आराधना करते हैं।
अगर आप अपने प्रियजनों को देव दिवाली की शुभकामनाएं भेजना चाहते हैं, तो इस लेख में हम आपके लिए लाए हैं सबसे सुंदर और नए Dev Diwali Wishes, जिन्हें आप सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।

देव दिवाली का महत्व और कथा (Dev Diwali)
क्यों मनाई जाती है देव दिवाली?
देव दिवाली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध कर देवताओं को उनके भय से मुक्त किया था। इसी खुशी में देवताओं ने दीप जलाकर भगवान शिव का स्वागत किया, और तभी से यह दिन ‘देवों की दिवाली’ कहलाया। यह पर्व धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। कहा जाता है कि इस दिन गंगा स्नान, दीपदान और भगवान शिव की पूजा करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
काशी के घाटों पर अद्भुत नज़ारा (Dev Diwali in Kashi Varanasi 2025)
हर साल की तरह इस बार भी काशी में देव दिवाली का भव्य आयोजन किया जा रहा है। गंगा के घाटों पर लाखों दीए जलाए जाएंगे। दशाश्वमेध घाट से लेकर असी घाट तक गंगा किनारा दीपों की सुनहरी चमक से जगमगाने वाला है। विदेशी पर्यटकों से लेकर स्थानीय श्रद्धालु तक इस दृश्य को देखने के लिए उमड़ते हैं। शाम को गंगा आरती का नज़ारा मन को भावविभोर कर देता है। ऐसा लगता है मानो स्वयं देवता पृथ्वी पर उतर आए हों। काशी में इस दिन की खासियत यह भी है कि यहाँ दीपदान के साथ दान और पूजा का विशेष महत्व होता है। भक्त लोग गंगा में दीप प्रवाहित करते हैं और अपने मन की कामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।
देव दिवाली 2025 शुभकामना संदेश (Dev Diwali Wishes in Hindi)
इस देव दिवाली पर आपके जीवन में भी ज्ञान, सुख और समृद्धि के दीप जलें। शुभ देव दिवाली!
भगवान शिव के आशीर्वाद से आपका जीवन हर अंधकार से उज्जवल हो जाए, हैप्पी देव दिवाली!
गंगा के दीपों की तरह आपके जीवन में भी खुशियों की ज्योति जलती रहे। देव दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
त्रिपुरासुर के नाश की तरह आपके जीवन के सारे दुख मिट जाएं, मंगलमय हो ये देव दिवाली!
शिव जी की कृपा से जीवन में शांति, प्रेम और सफलता बनी रहे। शुभ देव दिवाली!
जब मन में दीप जलता है, तब अंधकार अपने आप मिट जाता है, यही है देव दिवाली का संदेश।
शिव की आराधना और दीपदान, यही दो कर्म जीवन को प्रकाशमय बनाते हैं।
देव दिवाली हमें सिखाती है कि अच्छाई और विश्वास की जीत सदा होती है।
जितना अंधकार मिटाओगे, उतनी ही रोशनी भीतर पाओगे।
दीप जलाना सिर्फ परंपरा नहीं, ये आत्मा को प्रकाशित करने का साधन है।
देव दिवाली पर करने योग्य कार्य (Things to Do on Dev Diwali 2025)
- गंगा या पवित्र नदी में स्नान करें। कार्तिक पूर्णिमा का स्नान मोक्षदायी माना गया है। इससे शरीर और आत्मा दोनों शुद्ध होते हैं।
- भगवान शिव और मां गंगा की पूजा करें। दीपदान करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें। इससे शनि, राहु-कैतु के दोष कम होते हैं।
- दीपदान करें। कम से कम 11 या 21 दीप जलाकर गंगा किनारे या मंदिर में रखें। यह भगवान शिव के प्रति आभार का प्रतीक है।
- जरूरतमंदों की सहायता करें। देव दिवाली का सच्चा अर्थ है, दूसरों के जीवन में प्रकाश फैलाना। इस दिन गरीबों को वस्त्र, अन्न या दीप दान करें।










