Gem Astrology: यश में वृद्धि करता है ये अद्भुत रत्न, सौभाग्य और समृद्धि पाने के लिए ऐसे करें धारण

Gem Astrology

Gem Astrology: हर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता पाने के लिए भरपूर मेहनत करता है। व्यापार हो या फिर कार्य क्षेत्र व्यक्ति जी तोड़ काम करता है ताकि उसे सफलता मिल सके और उसे प्रसिद्ध मिले। ऐसा होता है कि बहुत मेहनत करने के बावजूद भी हमें अपनी उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिलते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है कि काफी मेहनत के बावजूद भी आपको वह नहीं मिल पा रहा जिसकी आप चाहत रखते हैं तो हो सकता है कि यह आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह नक्षत्र की दशा के कारण हो रहा हो।

ज्योतिष में सब कुछ राशि और कुंडली के मुताबिक किया जाता है। कुंडली में विराजमान नवग्रह ही पूरी तरह से व्यक्ति का जीवन संचालित करते हैं। अगर ग्रहों की स्थिति अच्छी रहती है तो व्यक्ति को शुभ परिणाम की प्राप्ति होती है। वहीं अगर ग्रह उल्टी चाल चलने लगे तो व्यक्ति के बने बनाए काम भी बिगड़ने लगते हैं। अगर आप अपने जीवन में मान सम्मान और पद प्रतिष्ठा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं तो एक ऐसा रत्न है जो आपके भाग्य में वृद्धि करेगा। चलिए आज हम आपको इस रत्न से होने वाले फायदे और इसे धारण करने के तरीके के बारे में बताते हैं।

पुखराज

पुखराज एक ऐसा रत्न है जिसका संबंध बृहस्पति यानि गुरु ग्रह से होता है। जो व्यक्ति इसे धारण करता है, उसे हर क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम मिलते हैं और वो मेहनत का पूरा फल भी प्राप्त होता है। इसे पहनने के बाद दरिद्रता दूर भाग जाती है और व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होने से उसे कई तरह के फायदे मिलने लगते हैं।

कौन करे धारण

रत्न शास्त्र के मुताबिक हर रत्न हर राशि के जातक को नहीं पहनना चाहिए। इसे राशि और लग्न के मुताबिक पहना जाए तो ही बेहतर रहता है। धनु और मीन राशि के जातकों के लिए पुखराज सबसे ज्यादा शुभ माना गया है। इसके अलावा वृश्चिक, कर्क, सिंह, और मेष राशि के जातक भी इसे पहन सकते हैं। हालांकि, यह रत्न धारण करने से पहले अगर आप ज्योतिष की सलाह लें तो बेहतर होगा।

रत्न के लाभ

  • पुखराज एक चमत्कारी रत्न है जिसे धारण करने के बाद व्यक्ति का मन एकाग्रचित हो जाता है और वह अपने लक्ष्य से भटकता नहीं है।
  • इसे धारण करने वाले जातक के घर में सुख समृद्धि का वास होता है और उसकी निर्णय क्षमता भी बढ़ती है।
  • इसे धारण करने वाले जातक के जीवन में वैवाहिक खुशियों का आगमन होता है।
  • अगर किसी कन्या का विवाह ना हो रहा हो तो उसे यह रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। इससे विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है।
  • इस रत्न का संबंध भगवान गणेश से माना जाता है। यही कारण है कि जो इसे धारण करता है उसे सुख, समृद्धि, धन, ऐश्वर्य और वैभव की प्राप्ति होती है।

ऐसे करें धारण

  • पुखराज आपको गुरुवार के दिन धारण करना होगा। क्योंकि यह गुरु ग्रह का रत्न है इसलिए इसे गुरुवार के दिन धारण करना बेहतर रहेगा।
  • धारण करने से पहले इसे गंगाजल या फिर दूध में डुबोकर भगवान के समक्ष रख दें। ऐसा करने से सारी अशुद्धियां दूर हो जाएगी।
  • कुछ देर इसे भगवान के समक्ष रखने के बाद दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहन लें।
  • इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अगर यह रत्न 3 वर्ष से ज्यादा पुराना हो जाता है, तो आपको नया पुखराज पहन लेना चाहिए।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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