आज से शुरू हुई गुप्त नवरात्र, तांत्रिक सिद्धियां पाने के लिए की जाती है मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की साधना

गुप्त नवरात्र के दौरान 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। इस समय साधक तांत्रिक सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए देवी की कठोर आराधना करते हैं।

Gupt Navratri 2024 : हिंदू धर्म में नवरात्र का त्यौहार साल में 4 बार आता है। जिनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि भक्तों के बीच प्रसिद्ध है। वहीं, आषाढ़ और माघ महीने में मनाई जाने वाली नवरात्रि बेहद गुप्त होती है, इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान लोग व्रत रखते हैं, भोजन में नवरात्रि के व्रत का पालन करते हैं। साथ ही मां दुर्गा की पूजा करते हैं। यह त्योहार नौ दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें हर दिन किसी रूप या अवतार में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इस साल 10 फरवरी यानी आज से इस महापर्व की शुरुआत हुई है।

Navratri 2023

इस दौरान साधक देवी दुर्गा के 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से साधना करते हैं ताकि वह तांत्रिक सिद्धियां प्राप्त कर सके। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको गुप्त नवरात्र घट स्थापना मुहूर्त और पूजन विधि के बारे में विस्तार से बताते हैं…

मुहूर्त

नवरात्र की घटस्थापना का मुहूर्त 10 फरवरी, 2024 को सुबह 08:09 बजे से 09:43 बजे तक था। वहीं, अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना की जा सकती है जोकि 10 फरवरी, 2024 को सुबह 11:38 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक है। इन मुहूर्तों के अनुसार नवरात्र की घटस्थापना की जा सकती है।

महत्तव

गुप्त नवरात्र के दौरान 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। इस समय साधक तांत्रिक सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए देवी की कठोर आराधना करते हैं और तंत्र साधना के माध्यम से वे अलौकिक शक्तियाँ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

इन नियमों का करें पालन

  • गुप्त नवरात्रि के दौरान साधकों को रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए।
  • पहले दिन साफ वस्त्र धारण कर मां दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करें। इसके अलावा, हर रोज नहाकर घट को साफ करें।
  • उनके घट पर दीप जलाएं, फूल माला चढ़ाएं। इसके अलावा आप मां के श्रृंगार का सामान भी चढ़ा सकते हैं।
  • भोग के तौर पर आप घर में बनी हुई मिठाई का भी भोग लगा सकते हैं।
  • इन नौ दिनों में आपको नमक वाली कोई भी सामग्री का सेवन नहीं करना है। खास तौर पर मांस, मदिरा आदि के सेवन से बचें।
  • नौ दिनों तक रोज सुबह और शाम मां देवी की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करें।
  • इस बात का खास ख्याल रखें कि उनके वहां पर जलाए गए दिए ना बुझे।
  • पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा या फिर दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं।
  • नवरात्रि के आखिरी दिन 9 बालिकाओं को कन्या पूजन करवाएं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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