Rahu Upay : वैदिक ज्योतिष में राहु को एक कर्मिक ग्रह माना जाता है। यह ग्रह कर्मों और उनके परिणामों के साथ जुड़ा होता है। ज्योतिष में “राहु-केतु” विद्यमान नवग्रहों में से हैं। वहीं, राहु के दोष कुंडली में अलग-अलग रूप में प्रकट हो सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यह दोष जातक के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डाल सकते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य, विवाह, करियर, वित्तीय स्थिति, आदि। लेकिन अब आपको इससे घबराने की जरूरत नहीं है, आज हम आपके लिए इससे बचने के आसान उपाए बताने वाले हैं…
राहु दोष के लक्षण
कुंडली में राहु दोष होने पर आपका सब कुछ उल्टा होने लगता है। घर में पालतु जानवर अचानक से कमजोर हो जाते हैं या मर जाते हैं। राहु आपकी वाणी पर नियंत्रण कर लेता है, जिससे व्यक्ति केवल झुट बोलने लगता है। परिवार के लोगों में मनमुटाव होने लगता है। आर्थिक समस्याओं से घिरने लगते हैं। तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। रात में डरावने सपने आते हैं, जिसके कारण सोते वक्त वो डर जाते हैं।
राहु दोष दूर करने के उपाय
- एक विशेष मंत्र के जप का नियमित रूप से किया जा सकता है, जैसे कि “ओम राहवे नमः”। इस मंत्र के जप के माध्यम से राहु दोष को दूर किया जा सकता है।
- राहु की शांति के लिए विशेष प्रकार के दान करने में मदद कर सकता है। यह दान विधवा और गरीबों को किया जा सकता है।
- राहु कवच पहनने से भी राहु दोष को दूर किया जा सकता है। यह कवच धार्मिक भाग्य को सुधारने के लिए प्रसिद्ध है।
- धार्मिक यज्ञों का आयोजन करें।
- अन्य लोगों की सेवा करें, खासकर गरीब और जरूरतमंदों की, जिससे राहु की अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है।
- ध्यान और प्रार्थना करके आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और राहु के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)