आज गुरुपूर्णिमा (Guru Purnima) है। हिन्दू धर्म में इसक बहुत महत्व है। इस पर्व को काफी धूम धाम से मनाया जाता है। आज के दिन लोग गुरुओं का सम्मान करते है। साथ ही अपनी लंबी उम्र के लिए आशीर्वाद मांगते है। प्राचीन समय से ही इस पर्व को मनाया जा रहा है। इस पर्व को लेकर काफी ज्यादा मान्यता है।
आपको बता दे, आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन को पर्व महर्षि वेदव्यास की स्मृति को याद कर मनाया जाता है क्योंकि इस ही दिन उनका जन्म हुआ था। इतना ही नहीं उनकी स्मृति में आज व्यास जयंती भी मनाई जाती है।
बता दे, आज के दिन को धर्म ग्रंथों में कुछ विशेष मन्त्रों द्वारा समझाया गया है। सबसे खास बात ये है कि आज का खास पर्व महाभारत के रचयिता और चारों वेदों के व्याख्याता महर्षि वेद व्यास के जन्म के खास मौके पर मनाया जाता है।
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इतना ही नहीं उन्हें भगवान विष्णु का रूप भी माना जाता है। इस दिन लोग अपने गुरुओं का आशीर्वाद लेते है। साथ ही उनकी पूजा कर उन्हें फुल फल मिठाई अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन अगर सच्चे मन से पूजा पाठ किया जाए तो पितृदोष, गुरु दोष दूर होता है।
पूजा विधि –
- आज के दिन सुबह जल्दी उठ कर सबसे पहले स्नान करना चाहिए उसके बाद साफ़ वस्त्र धारण कर पूजा स्थल की अच्छे से सफाई करें। वहां गंगाजल छिड़क कर उसके बाद अपने गुरु और भगवान विष्णु के साथ वेद व्यास जी की पूजा करें। ऐसे में जिन लोगों के गुरु नहीं है वह सिर्फ भगवान विष्णु को गुरु मन कर पूजा कर सकते हैं।
- अगर गुरु है तो आप अपने गुरु को घर आमंत्रित कर उनका आदर सत्कार करें। साथ ही उनसे आशीर्वाद लें। उसके बाद उन्हें भोजन करवाए और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें। साथ ही वस्त्र और दक्षिणा से संतुष्ट करें। आप अपने गुरु को और भगवान विष्णु को पीले फूल, अक्षत, केला, फल, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित कर उन्हें मिष्ठान का भोग जरूर लगाए।
- इस दिन सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से आपकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होगी। साथ ही आपके जीवन में आई समस्या से भी आप बच सकेंगे। इसके अलावा पितृदोष, गुरु दोष से भी आप आज के दिन पूजा अर्चना कर मुक्ति पा सकते हैं। इतना ही नहीं इस दिन दान करने से जीवन में मौजूद सभी दुख-दर्द दूर होते हैं।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं –