16 दिसंबर से शुरू होगा खरमास, इस दौरान भूलकर भी ना करें शुभ कार्य

Sanjucta Pandit
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Kharmas 2023 Tulsi Puja : खरमास या मलमास का महीना हिन्दू पंचांग में विशेष मान्यताओं से भरा होता है। इस माह को शास्त्रों में अशुभ माना जाता है और कई लोग इस समय में शुभ कार्यों से बचते हैं। इस दौरान विवाह, मुहूर्त, नए उपनयन आदि करना वर्जित होता है। इस साल खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है और 15 जनवरी को खत्म होगा। जानिए इस समय मां तुलसी की पूजा करना करना चाहिए या नहीं और महत्व…

16 दिसंबर से शुरू होगा खरमास, इस दौरान भूलकर भी ना करें शुभ कार्य

महत्व

खरमास मास में तुलसी की पूजा को बहुत महत्त्व दिया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस समय में भगवान विष्णु और उनकी अवतारों की पूजा, भक्ति, ध्यान आदि को विशेष महत्त्व दिया जाता है। मान्यता है कि तुलसी माता की पूजा से घर में शांति, सौभाग्य, स्वास्थ्य और धार्मिक उन्नति होती है। इसलिए खरमास में तुलसी माता की पूजा करना विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण माना जाता है। तुलसी का पौधा भूलकर भी एकादशी, मंगलवार और रविवार के दिन छूना नहीं चाहिए। ये दिन तुलसी माता को समर्पित होते हैं और उन्हें बिना सोंचे समझे छूना या काटना शुभ नहीं माना जाता।

तुलसी मंगलाष्टक मंत्र

॥ वृन्दाई तुलसी देव्यै प्रियायै केशवस्य च। कृष्णबर्या नमस्तुभ्यं गोकुलायै नमो नमः॥

यह मंत्र तुलसी माता की पूजा और स्तुति में उपयोग किया जाता है और इसका महत्त्व धार्मिक अनुष्ठानों में होता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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