जन्माष्टमी पर आजमाएं मोरपंख के ये 4 चमत्कारी टोटके, जीवन में आएगी खुशहाली, खुलेंगे सफलता के द्वार

जन्माष्टमी के दिन मोरपंख से जुड़े कुछ उपायों को करना बेहद शुभ माना जाता है। इन उपायों के जरिए आप अपनी किस्मत चमका सकते हैं।

Manisha Kumari Pandey
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Krishna Janmashtami 2024: हिन्दू धर्म में मोरपंख को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसमें देवी-देवताओं और नौ ग्रहों का वास होता है। रंग-बिरंगे और खूबसूरत मोरपंख का संबंध भगवान कार्तिकेय, माँ लक्ष्मी, भगवान विष्णु इत्यादि देवी-देवताओं से है। यह भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय है। इसे राधा रानी के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसलिए जन्माष्टमी की पूजा मोरपंख के बिना अधूरी मानी जाती है।

26 अगस्त सोमवार को धूमधाम से जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। अष्टमी तिथि की शुरुआत 26 अगस्त सुबह 3:39 बजे होगी। निशिता पूजा का समय 27 अगस्त सुबह 12:01 बजे से 12:45 बजे तक है। इस दिन मोरपंख से जुड़े कुछ उपाय आपकी किस्मत चमका सकते हैं। आइए एक नजर इन उपायों पर डालें-

धनलाभ के लिए उपाय (Morpankh ke totke)

जन्माष्टमी के दिन एक लाल कपड़े में एक मोरपंख को बांध लें। अब इसे तिजोरी या धन के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से धनलाभ के योग बनते हैं। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए उपाय (Janmashtami upay)

इस दिन 2 मोरपंख खरीद कर लाएं। इसे बेडरूम के ऐसे स्थान पर लगाएं जो पवित्र हो। बेड या गद्दे के नीचे बिल्कुल न रखें। ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। लड़ाई-झगड़े कम होते हैं। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

बुरी नजर से मिलेगा छुटकारा (Peacock Feather Astro Tips)

जन्माष्टमी के दिन घर के उत्तर-पूर्व दिशा में 8 मोरपंख लगाएं। इन्हें ऐसे स्थान पर रखें जहां बाहरी व्यक्ति की दृष्टि न पड़े। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होता है। आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

सफलता के लिए करें ये काम (Success Astro Tips)

जन्माष्टमी के दिन दुकान, ऑफिस और कार्यक्षेत्र में मोरपंख को लगाना लाभकारी साबित होता है। ऐसा करने से सफलता के प्रबल योग बनेंगे। आय नें वृद्धि होगी। करियर में लाभ होगा।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न मान्यताओं पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


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