हर साल फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) का पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व होता है। इस दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन पूजा-अर्चना करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। भोलेनाथ की विशेष कृपा बरसती है। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
महाशिवरात्रि की पूजा धतूरे की पूजा अधूरी मानी जाती है। इस दिन शिवलिंग पर को धतूरा चढ़ाने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। विषैले जीवों का खतरा भी कम होता है। मनोकामनाओं की पूर्ति भी होती है। महाशिवरात्रि के दिन धतूरे से जुड़े कुछ उपाय (Mahashivratri Ke Totke) को करना अत्यंत शुभ माना गया है । ऐसा करने से जीवन के कष्टों को दूर किया जा सकता है।

धन-समृद्धि में वृद्धि के लिए करें ये काम
महाशिवरात्रि के दिन पांच धतूरे को हल्दी के पानी में डुबोकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इस दौरान “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप जरुर करें। ऐसा करने से ऐसा करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं। इनकम बढ़ती है।
भय से मिलेगी मुक्ति
महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर काले धतूरे की जड़ अर्पित करें। फिर इसे तकिए के नीचे रख लें। प्रतिदिन इसे स्पर्श करके सोएं। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। भय से मुक्ति मिलती है। नकारात्मक उर्जा भी दूर रहती है।
सफलता के लिए उपाय
महाशिवरात्रि के दिन धतूरे को सफेद चंदन में डुबोकर शिवलिंग पर अर्पित करें। कुछ देर बाद इसे उठाकर एक लाल कपड़े में लपेट लें। अब इसे दुकान, तिजोर या धन के स्थान पर रखें। ऐसा करने से सफलता के प्रबल योग बनते हैं। कारोबार में तरक्की होती है। धन और समृद्धि में वृद्धि के योग बनते हैं।
रोगों से मिलेगी मुक्ति
महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर धतूरा अर्पित करें। 11 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। थोड़ी देर बाद धतूरे को शिवलिंग से उठाकर अपने पास रख लें। आप इसे परिवार के किसी सदस्य को भी दे सकते हैं। ऐसा करने से बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है। रोग दूर होते हैं। सेहत दुरुस्त रहती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)