Masik Krishna Janmashtami 2024 : हिंदू धर्म में हर महीने कोई ना कोई त्योहार मनाया जाता है। कभी अमावस्या तो कभी पूर्णिमा जैसे त्योहार आते ही रहते हैं। हालांकि, साल 2024 के सभी बड़े-बड़े त्योहार खत्म हो चुके हैं। बहुत ही जल्द नए साल भी शुरू होने वाला है, लेकिन हर महीने मनाए जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी बाकी है जोकि हर साल छात्र पद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन लोग भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की पूजा करते हैं, जिससे उनके जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर हो जाती है।
इस साल मासिक जन्म अष्टमी को लेकर लोगों के मन में संसार बना हुआ है कि आखिर यह किस तारीख को मनाई जाएगी। तो चलिए आज हम आपको भाद्रपद महीने की कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ मुहूर्त, महत्व और योग के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik krishna Janmashtami)
वैदिक पंचांग के अनुसार, मार्कशीट महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 नवंबर को शाम 06 बजकर 07 मिनट पर होगी। जिसका समापन 23 नवंबर को शाम 07 बजकर 56 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार 22 नवंबर के दिन मासिक जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन बहुत से मंगलकारी संयोग बना रहे हैं। जिनमें रवि योग, ब्रह्म योग, इंद्र योग शामिल है। इन संयोगों में पूजा करने से जातक को सर्वाधिक लाभ मिलता है। ज्योतिष ब्रह्मा और इंद्र योग को काफी ज्यादा शुभ मानते हैं। इस योग के दौरान किसी भी नए कार्य क्षेत्र में हाथ आजमाने से सफलता अवश्य मिलती है।
महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हर महीने की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है, जिसे लोग मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से जानते हैं। इस दिन भक्त सुबह से शाम तक उपवास रखते हैं और भगवान श्री कृष्ण की विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना करते हैं। इससे उनके जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस व्रत को रखने से यश, कीर्ति, पराक्रम, ऐश्वर्या, सौभाग्य और वैभव सहित संतान की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति की हर इच्छाएं पूरी होती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)