Name Astrology : नाम का हर किसी के जीवन में खास प्रभाव देखने को मिलता है। नाम एक ऐसी चीज है जिससे ही व्यक्ति की पहचान होती है। अगर यह नहीं होता तो व्यक्ति की पहचान अधूरी रह जाती। ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियां होती है। सभी राशियों का अलग-अलग ग्रह होता है। वहीं सभी राशियों के गुण स्वभाव और भाग्य भी अलग-अलग होते हैं।
ठीक वैसे ही नाम का भी मतलब और हर व्यक्ति के पहचान अलग होती है। नाम के पहले अक्षर से ही व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई बातों का पता लगाया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र में भी नाम के पहले अक्षर से ही व्यक्ति के भविष्य और उनके स्वभाव के बारे में सब कुछ बता दिया जाता है। अगर आप भी अपनी राशि के बारे में नहीं जानते हैं और अपने जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप अपने नाम के पहले अक्षर से ही जान सकते हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसे नामाक्षर के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे शुरू होने वाले नाम के लोग बहुत ज्यादा लड़ाकू होते हैं। इतना ही नहीं उनका गुस्सा भी तेज होता है। वह किसको कब क्या बोल देते हैं इसके बारे में उन्हें खुद पता नहीं होता। ऐसे जातकों से लोग ज्यादा बात करना भी पसंद नहीं करते हैं। चलिए जानते हैं इन लोगों के बारे में –
Name Astrology : ये है वो नामाक्षर
R अक्षर
इस नामाक्षर के जातक लड़ाकू किस्म के होते हैं। ये किसी से भी जरा सी बात पर लड़ने लग जाते हैं। बिना सोचे समझे ये किसी को कुछ भी बोल देते हैं जिसका भान इन्हें खुद नहीं होता। हालांकि बाद में इन्हें पछतावा होता है। ये लोग दिल के साफ़ होते हैं लेकिन इन्हें सिर्फ इनके मन की करने पर विश्वास होता है। ये किसी की भी सुनना पसंद नहीं करते हैं। इन्हें खर्चा करना बेहद पसंद होता है। ये सभी का भला भी सोचते हैं लेकिन तब जब सब इनकी बात सुने और इनकी बात माने तो।
S अक्षर
इस नामाक्षर के लोग बोलने के मुंहफट होते हैं। ये लड़ने में सबसे तेज होते हैं। इनको अगर कोई कुछ बोल देता है तो ये सहन नहीं कर पाते हैं और सीधा लड़ने भीड़ जाते हैं। इनका गुस्सा भी तेज होता है। ये दिल के अच्छे होते हैं लेकिन ख़राब गुस्से की वजह से हर कोई इनसे बात करने से कतराता है। ये खर्चीले किस्म के होते हैं। इन्हें घूमना फिरना भी बहुत पसंद होता हैं।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।