Panchkoti Dhan Rajyog : व्यक्ति की कुंडली में शुभ और अशुभ दोनों ही प्रकार के राजयोग मौजूद होते हैं। किसी की कुंडली में शक्तिशाली और मजबूत राजयोग मौजूद होते हैं तो किसी की कुंडली में खराब योग जो जीवन के सभी कामों को बिगड़ने में लगे रहते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राजयोग का काफी ज्यादा महत्व माना गया है।
जिस भी व्यक्ति की कुंडली में अच्छा राजयोग होता है उस व्यक्ति का जीवन सफल रहता है। उसके पास धन की कोई कमी नहीं रहती है। लकिन जिनकी कुंडली में अच्छे योग नहीं होते हैं उन्हें जीवन में थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन वह उन सब चीजों को अच्छे से मैनेज कर लेते हैं। आज हम आपको एक ऐसे राजयोग के बारे में बताने जा रहे हैं जो भाग्यशाली लोगों की कुंडली में पाया जाता है।
ये योग पंचकोटी धन राजयोग के नाम से जाना जाता है। दरअसल, ये योग व्यक्ति को जीवन में धनवान, सफल और मेहनती बना देता है। ये जीवन में काफी अच्छा और शुभ फल प्रदान करता है। जब कुंडली में मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि में से कोई ग्रह केंद्र भाव में अपनी स्वराशि में या उच्च की राशि में स्थित होकर बेठा हो तब पंचकोटि धन योग बनता है।
कैसे बनता है Panchkoti Dhan Rajyog?
कुंडली में पांच ग्रहों के कारण इस योग का निर्माण होता है। ये मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि में से अगर कोई ग्रह द्र भाव में अपनी स्वराशि या उच्च राशि में स्थित हो तब इस पंचकोटी धन योग का निर्माण होता है।
जाने कितने प्रकार का होता है पंचकोटी धन योग
रुचक पंचकोटि योग
भद्र पंचकोटी योग
हंस पंचकोटि योग
मालव्य पंचकोटि योग
शश पंचकोटि योग
इस योग से मिलने वाला लाभ
पंचकोटी योग की वजह से जातकों को भूमि, वाहन और अचल या पैतृक संपत्ति का लाभ मिलता है। व्यक्ति बुद्धिमान बनता है। व्यक्ति को लाभकारी वस्तुओं की प्राप्ति होती है। ये योग जातकों को राजा-महाराजा की तरह जीवन व्यतीत करता है। इतना ही नहीं व्यक्ति को धन और अच्छे पुत्र की भी प्राप्ति होती है। समाज में मान सम्मान भी बढ़ता है। साथ ही उन्हें ऊंचा से ऊंचा पद प्राप्त होता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।