Ratna Shastra: इस रत्न के प्रभाव से धन-दौलत से भर जाएगा घर, प्राप्त होगी माता लक्ष्मी की कृपा, ऐसे करें धारण

हर व्यक्ति का जीवन कुंडली में बैठे ग्रहों पर निर्भर करता है। ग्रहों की शुभता को बनाए रखने के लिए कुछ रत्नों को धारण करने की सलाह दी गई है।

Diksha Bhanupriy
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Ratna Shastra

Ratna Shastra: व्यक्ति का जीवन पूरी तरह से ग्रह संचालित करते हैं। कुंडली में मौजूद नौ ग्रहों की स्थिति जैसी रहती है व्यक्ति के जीवन में भी उसी तरह के परिवर्तन आते हैं। अगर ग्रह मिलकर शुभ योग बनाते हैं तो सब कुछ अच्छा होता है। वहीं अगर ग्रहों की चाल विपरीत हो जाए तो व्यक्ति का जीवन उलट-पुलट हो जाता है। ग्रहों की स्थितियों को अनुकूल बनाए रखने के लिए ज्योतिष में कुछ उपाय दिए गए हैं।

ज्योतिष एक ऐसी विद्या है जो व्यक्ति के जीवन और भविष्य के बारे में बताने के साथ-साथ उसके जीवन में चल रही परेशानियों का समाधान भी देती है। कई बार ग्रहों की अशुभ दिशा व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक असर डालने का काम करती है। लेकिन इस नकारात्मक असर को सकारात्मक में बदलने का उपाय ज्योतिष में दिया गया है।

ज्योतिष एक नहीं बल्कि कई अलग-अलग भागों में विभाजित है। ज्योतिष, अंक शास्त्र, रत्न शास्त्र, वास्तु शास्त्र, हस्तरेखा शास्त्र यह सभी अलग-अलग विद्या है। इन सभी में गणना करने का तरीका तो अलग है लेकिन सभी का संबंध कहीं ना कहीं ग्रहों से है। अगर ग्रहों की विपरीत दिशा को अनुकूल बनाना है तो रत्न शास्त्र में कुछ रत्नों का उल्लेख दिया गया है। जो जीवन की सारी परेशानियों को खत्म कर देते हैं। पर्ल यानी की मोती भी एक ऐसा ही फायदेमंद रत्न है। चलिए आज इसके बारे में जानते हैं।

मजबूत होगा चंद्रमा

मोती एक ऐसा रत्न है जिसका संबंध चंद्रमा से बताया जाता है। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अशुभ चल रही है या फिर यह कमजोर पड़ गया है तो मोती धारण करना शुभ माना जाता है।

चंद्रमा का असर

चंद्रमा एक ऐसा ग्रह है जो व्यक्ति के मन और मस्तिष्क दोनों पर गहरा असर डालता है। अगर इसकी स्थिति शुभ रहती है तो व्यक्ति का दिल और दिमाग दोनों शांत रहता है। वहीं अगर इसकी स्थिति बिगड़ जाए तो व्यक्ति तनाव और गुस्से का सामना कर सकता है।

मोती के फायदे

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है। वह गुस्से या डिप्रेशन का सामना कर रहा है। तो मोती रत्न उसकी समस्या को दूर कर देगा।

यह रत्न माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है। जो व्यक्ति इसे धारण करता है उसे पर माता की कृपा बनी रहती है। ऐसे लोगों का जीवन धन संपत्ति से भरा रहता है।

चंद्रमा की स्थिति ठीक होने से व्यक्ति एकाग्र चित्त होकर काम करता है और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

कौन कर सकता है धारण

रत्न शास्त्र में जितने भी रत्नों का उल्लेख दिया गया है। उन्हें कभी भी मन से धारण नहीं करना चाहिए। हमेशा कुंडली में ग्रह और लग्न की स्थिति को देखकर ही रत्न पहना जाता है। मोती की बात करें तो कर्क और सिंह राशि के लोगों के लिए यह काफी लाभकारी माना गया है। अन्य राशि के जातक कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर इसे पहन सकते हैं।

कब और कैसे पहनें

अगर आप मोती रत्न धारण करना चाहते हैं तो सबसे पहले ज्योतिष की सलाह लें और उसके बाद इस सोमवार के दिन धारण करें। इसे पहनने के लिए पूर्णिमा का दिन भी काफी शुभ माना जाता है। पूर्णिमा का दिन शुभ इसलिए है क्योंकि इसका संबंध चंद्रमा से है। मोती धारण करने से पहले आपको इस गंगाजल से शुद्ध कर शिवजी को अर्पित करना होगा। उसके बाद आप इसे धारण कर सकते हैं।हर व्यक्ति का जीवन कुंडली में बैठे ग्रहों पर निर्भर करता है। ग्रहों की शुभता को बनाए रखने के लिए कुछ रत्नों को धारण करने की सलाह दी गई है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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