भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हिन्दू धर्म में भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2022) का बहुत महत्व होता है। रक्षाबंधन के त्योहार के साथ सावन का महिना खत्म होते ही भाद्रपद मास शुरू हो चुका है। इस माह में भगवान गणेश की पूजा करना शुभ होता है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल यह व्रत 15 अगस्त यानि कल रखा जाएगा।
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चतुर्थी तिथि 14 अगस्त रात 10:35 मिनट से शुरू हो रहा है और 15 अगस्त रात 9:01 मिनट में समाप्त हो जाएगा। अभिजीत मुहूर्त 11:59 बजे दिन से लेकर दोपहर 12:52 तक है। इस दौरान पूजा करना शुभ होगा । वहीं रात 9:27 मिनट पूजा का शुभ मुहूर्त है। इस दिन धृत योग बन रहा है। शुभ मुहूर्त में प्रथम पूज्य देवता गणेश की पूजा करना शुभ होता है। ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। पूजा के दौरान कुछ मंत्रों के जाप से हर इच्छा पूरी होगी।
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इन मंत्रों का करें जाप
- नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतमं। गजाननं भास्करमेकदंत लंबोदरं वारिभावसनं च।
- ॐ गजाननं भूँतागणाधि सेवितम् कपित्थजंबू फलचारु। भक्षणम्, उमासुतम्, शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेशवर पादपंकजम्।
- ॐ गं गणपतये नमो नमः।
- रक्ष रक्ष गणाध्यक्ष रक्ष त्रैलोक्यरक्षकं। भक्तानामभयं कर्ता त्राता भव भवार्णवात्।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। हम इन बातों का दावा नहीं करते। यह केवल मान्यताओं और पौराणिक कथाओं पर आधारित है। विद्वानों की सलाह जरूर लें।