अब स्पीड पोस्ट से होगा श्राद्ध और अस्थि विसर्जन, ओम दिव्य दर्शन ने शुरू की अनूठी सेवा, जानें डिटेल्स

Pratik Chourdia
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वाराणसी, डेस्क रिपोर्ट। हिन्दू धर्म में मरणोपरांत देह त्याग करने वाले व्यक्ति का अस्थि विसर्जन और श्राद्ध करना अनिवार्य माना गया है। लेकिन एक डेढ़ महीना पहले कोरोना की कातिल लहर (deadly wave of corona) की वजह से देश में जो स्थिति बनी थी उससे हम सब वाकिफ हैं। दुर्भाग्यवश ऐसे में कई परिवार अपने सगे-संबंधियों की अंतिम क्रिया (last rites) भी नहीं कर पाए थे। लेकिन अब सामाजिक धार्मिक संस्थान ‘ओम दिव्य दर्शन’ (om divya darshan) एक अनूठी सेवा आरम्भ करने जा रहा है जिसके तहत स्पीड पोस्ट (speed post) के माध्यम से वे स्वयं जा कर अस्थि विसर्जन (asthi visarjan) और श्राद्ध (shraddh) कर पाने में असमर्थ लोगों की तरफ से ये कार्य सम्पन्न करेंगे। अस्थि विसर्जन के लिए गंगा और श्राद्ध के लिए वाराणसी (varanasi), प्रयागराज (prayagraj), हरिद्वार (haridwar) और गया (gaya) में ये सेवाएं दी जाएंगी।

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वाराणसी के पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा, ” कोविड काल में कई लोगों ने अपनों को खोया है और वे उनकी अंतिम क्रिया तक नहीं कर सके थे। अब पोस्टल डिपार्टमेंट की मदद से अस्थियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से इन धार्मिक स्थानों पर भेजा जा सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि हमारे यहां गंगा में अस्थि विसर्जन और वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया में श्राद्ध के द्वारा आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना का रिवाज है।

उन्होंने इसकी प्रक्रिया के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि इस सेवा का लाभ उठाने के लिए लोगों को अपने आप को http://omdivysdarshan.org के माध्यम से ओम दिव्य दर्शन के पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। इसके साथ ही वे पोर्टल पर अस्थि विसर्जन या फिर श्राद्ध का ऑप्शन भी चुन सकते हैं। अस्थियों को एक पैकेट में डाल कर स्पीड पोस्ट के माध्य्म से वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया भेजा जा सकता है। अस्थि का पैकेट बिलकयल साफ होना चाहिए और उसमें बड़े-बड़े और साफ अक्षरों में ‘ ओम दिव्य दर्शन’ लिखा होना चाहिए। स्पीड पोस्ट का खर्च अस्थि भेजने वाले को स्वयम उठाना पड़ेगा।

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बुकिंग करने के बाद अस्थि भेजने वाले को डिटेल्स को अपडेट करना होगा साथ ही ओम दिव्य दर्शन संस्थान पोर्टल पर स्पीड पोस्ट बारकोड नम्बर भी अपडेट करना होगा। एक बार पैकेट पोस्ट ऑफिस पहुंच जाएगा, उसके बाद उसे संस्थान के ऑफिस भेज दिया जाएगा। इसके बाद समय और तारीख आपको बता दी जाएगी और उसके अनुसार उस दिन सूचीबद्ध पंडित आपके लिए श्राद्ध करेगा जिसे आप लाइव देख भी सकेंगे। इसके बाद गंगाजल की एक बोतल मरने वाले व्यक्ति के परिवार जनों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पोस्ट ऑफिस , दिल्ली से पहुंचाई जाएगी।


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CTO & Digital Head of MP Breaking News

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