धर्म, डेस्क रिपोर्ट।नवंबर में सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब साल का दूसरा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2021) अगले महीने दिसंबर में लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) मार्गशीर्ष मास की अमावस्या यानि 4 दिसंबर 2021 शनिवार को सुबह 11 बजे से शुरु होकर दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा। हालांकि भारत में इसका असर नहीं होगा।ये साल 2021 का आखिरी ग्रहण होगा।
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पंचांग अनुसार यह सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2021 In December) वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा। वैसे तो सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, लेकिन भारत में इसका असर ना होने के चलते यह ग्रहण उपछाया होगा। पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है, ऐसे में आंशिक या उपछाया होने पर सूतक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं होता है। इस सूर्य ग्रहण को अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग में देखा जाएगा। यह भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा।
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साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Effect of Solar Eclipse 2021 on Zodiac Signs) वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है। वर्तमान समय में वृश्चिक राशि में केतु का गोचर हो रहा है। वर्ष 2021 में केतु का कोई राशि परिवर्तन नहीं है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार ग्रहण के दौरान चंद्रमा और बुध ग्रह अस्त रहेंगे, जबकि राहु और केतु वक्री रहेंगे। सूर्य ग्रहण का सिंह, मकर और कुंभ राशि वालों पर प्रभाव पड़ सकता है। सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं। इस दौरान ये राशि वाले वाद-विवाद से दूर रहें। वाहन और वाणी पर कंट्रोल रखें।
क्या होता है सूर्यग्रहण
चंद्रमा के पृथ्वी व सूर्य के बीच आने पर सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती, इस कारण सूर्य का बिम्ब ढ़क जाने को ही सूर्यग्रहण कहा जाता है। जबकि पृथ्वी के सूर्य व चंद्रमा के बीच में आने की स्थिति को चंद्रग्रहण कहा जाता है।