Ratna Shastra: रत्न ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। व्यक्ति जो रत्न धारण करता है वह उसकी कुंडली में मौजूद ग्रहों को प्रभावित करने का काम करते हैं। वैसे तो कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखने के बाद ही रत्न धारण किया जाता है। जिस ग्रह की दिशा अनुकूल नहीं होती। उसे अनुकूल करने के लिए अक्सर रत्न पहनने की सलाह दी जाती है।
रत्न इतने चमत्कारी होते हैं कि इन्हें धारण करने से सुख समृद्धि का आगमन जीवन में होने लगता है और बुरे ग्रहों की स्थिति सुधर जाती है। आज हम आपको एक ऐसे शानदार रत्न की जानकारी देते हैं, जो जीवन में सब कुछ मंगल कर देता है। दरअसल ये मंगल ग्रह से जुड़ा हुआ रत्न है। जिसे हम रेड कोरल यानी कि मूंगा के नाम से जानते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इसे कैसे धारण करते हैं और इसके लाभ क्या होते हैं।
कौन धारण करें मूंगा
सबसे पहले तो किसी भी रत्न को धारण करने से पहले कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखना बहुत जरूरी होता है। कुंडली में मंगल की स्थिति अगर उच्च है तो मूंगा धारण करना शुभ होता है। मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह शुभ माना गया है क्योंकि उनके स्वामी ग्रह मंगल ही है। जो लोग मंगलिक दोष का सामना कर रहे हैं। वो इसे धारण कर सकते हैं लेकिन मंगल की स्थिति का ध्यान रखना होगा।
कैसे करें धारण
जो रत्न आप धारण करने जा रहे हैं, वह 7 से सवा सात रत्ती का होना चाहिए। इसे हमेशा चांदी या फिर तांबे में जड़ाकर पहना जाता है। अगर आपको यह धारण करना है तो मंगलवार के दिन इसे गंगाजल और कच्चे दूध में डुबोकर शुद्ध करें। इसे भगवान के समक्ष रखें और दाएं हाथ की अनामिका उंगली में धारण कर लें।
मूंगा के लाभ
- मूंगा धारण करने से व्यक्ति को मंगल दोष से राहत मिलती है।
- जो लोग विवाह संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं उनके लिए यह शुभ माना जाता है।
- यह व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाता है और उसके अंदर नेतृत्व गुणों का विकास करता है।
- इसे पहनने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- यह व्यक्ति को शारीरिक रूप से मजबूत करता है। हड्डियों की कमजोरी इसे धारण करने से दूर होती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।