17 अक्टूबर को मनाई जाएगी तुला संक्रांति, इन 3 शुभ योगों का हो रहा निर्माण, हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता

दुर्गा पूजा का त्योहार पश्चिम बंगाल में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं, अक्टूबर महीना में ही तुला संक्रांति भी मनाई जाएगी जो कि वैदिक शास्त्रों के अनुसार काफी खास मानी जाती है।

Tula Sankranti 2024 : हमारे देश में एक-के-बाद-एक लगातार त्योहारें मनाई जाती है। कुछ त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, तो कुछ त्योहार रीजनल स्तर पर स्थानीय लोगों द्वारा मनाया जाता है। हर त्योहार का अपना अलग-अलग महत्व होता है। जिसमें अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की जाती है। इसके अलावा, सालभर में कुल 12 एकादशी मनाई जाती है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, अक्टूबर महीना बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है। इस महीने में नवरात्रि, करवा चौथ, धनतेरस जैसे महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाएंगे। इसके लिए अभी से ही तैयारी शुरू हो चुकी है। बाजारों में लोगों की खचाखच भीड़ देखने को मिल रही है। पूजा में पहनने के लिए लोग नए कपड़े, जूते, सामान आदि खरीद रहे हैं। बता दें कि दुर्गा पूजा का त्योहार पश्चिम बंगाल में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं, अक्टूबर महीना में ही तुला संक्रांति भी मनाई जाएगी जो कि वैदिक शास्त्रों के अनुसार काफी खास मानी जाती है।

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नदी में करें स्नान

इस दिन लोग गंगा नदी या फिर अपने आसपास मौजूद नदी या फिर तालाब में जाकर स्नान करते हैं। इसके बाद विधि-विधानपूर्वक सूर्य देव की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि तुला संक्रांति पर पूजा करने वाले जातकों को सभी प्रकार के दुविधाओं से छुटकारा मिल जाता है और खासकर शारीरिक परेशानियों से निजात मिलता है।

शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, सभी ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। इसी कड़ी में 17 अक्टूबर को सूर्य देव तुला राशि में गोचर करेंगे। इसलिए इस दिन तुला संक्रांति मनाई जाएगी। इस राशि में 15 नवंबर तक विराजमान रहेंगे। इस दौरान 23 अक्टूबर को वह स्वाति और 6 नवंबर को विशाखा नक्षत्र में गोचर करेंगे। फिलहाल, वह कन्या राशि में विराजमान है। राशि परिवर्तन से सभी 12 राशियों पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। कुछ लोगों के लिए काफी अच्छा समय रहेगा, तो कुछ लोगों के लिए बुरा समय भी रहेगा। वहीं, पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 6:23 से लेकर 9:47 तक है।

शुभ योगों का निर्माण

ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो इस दिन 3 शुभ योगों का भी निर्माण हो रहा है। जिसमें हर्षण योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शिववास योग शामिल है। बता दें कि सर्वार्थ सिद्धि योग 17 अक्टूबर को पूरे दिन रहेगा, तो वहीं हर्षण योग 17 अक्टूबर को सुबह शुरू होकर रात 1:42 तक रहेगा, जबकि शिववास योग 17 अक्टूबर को शाम 4:56 पर लगेगा और देर रात तक रहेगा।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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