Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में शंख को रखने का एक विशेष महत्व है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से शुभ माना जाता है, बल्कि वास्तु के अनुसार भी इसे सही स्थान पर रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है शंख को घर के पूर्व दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है। पूर्व दिशा सूर्य देव की दिशा होती है और सूर्य देव को ज्ञान और ऊर्जा का देवता माना जाता है। शंख को पूर्व दिशा में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में रहने वाले लोगों की सेहत अच्छी रहती है।
क्या उत्तर-पूर्व दिशा में शंख रखा जा सकता है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में शंख रखने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा को सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा जल तत्व से जुड़ी होने के कारण देवताओं की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में शंख रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उत्तर-पूर्व दिशा में शंख रखने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है, घर में शांति बनी रहती है और आसपास का वातावरण शुद्ध होता है। इस दिशा में शंख रखने से न केवल व्यक्ति के जीवन में बल्कि पूरे परिवार के जीवन में खुशहाली आती है।
क्या पूर्व दिशा में शंख रखा जा सकता है?
पूर्व दिशा, उगते सूर्य की दिशा होने के कारण, सकारात्मक ऊर्जा, विकास और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। इस दिशा में शंख रखने से कई लाभ होते हैं। पूर्व दिशा में शंख रखने से व्यक्ति को स्पष्टता, सफलता और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। उगते सूर्य की किरणें शंख पर पड़ने से शंख की ऊर्जा और सूर्य की ऊर्जा का संयोग होता है, जिससे घर में सकारात्मकता और समृद्धि का वातावरण बनता है। पूर्व दिशा में शंख रखने से व्यक्ति को सूर्य देव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है, जो जीवन में उन्नति और सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।
दक्षिण दिशा में शंख रखने से बचें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है, जो कि पितरों से जुड़ी होती है। इस दिशा को नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा माना जाता है। इसलिए, वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा में शंख या अन्य किसी भी पूजा सामग्री को रखने से बचना चाहिए। दक्षिण दिशा में शंख रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है और घर में अशांति हो सकती है।