Vastu Tips: फूल सभी को पसंद होते हैं। हिंदू धर्म में पूजा पाठ के लिए फूलों का विशेष महत्व होता है। अलग-अलग देवी देवताओं को अलग-अलग फुल प्रिय हैं। आज हम खास तौर पर गुड़हल के फूल के बारे में बात करेंगे।गुड़हल एक सुंदर फूल, जो न सिर्फ रंग-रूप से मनमोहक होता है, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भी अनेक लाभ प्रदान करता है। घर में गुड़हल लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसी के चलते आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे कि वास्तु शास्त्र के अनुसार गुड़हल का पौधा घर में किस स्थान पर और कौन सी दिशा में लगाना चाहिए, तो चलिए जानते हैं।
गुड़हल के पौधे को घर में लगाने के क्या-क्या लाभ होते हैं
सकारात्मक ऊर्जा: गुड़हल का रंग लाल होता है, जो ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है। घर में गुड़हल लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में खुशहाली और समृद्धि आती है।
नकारात्मक ऊर्जा: गुड़हल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में भी मदद करता है। यह घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को शोषित कर लेता है और घर में सकारात्मक वातावरण बनाता है।
आर्थिक लाभ: गुड़हल को धन और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। घर में गुड़हल लगाने से आर्थिक लाभ होता है और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
स्वास्थ्य लाभ: गुड़हल के फूलों और पत्तियों का उपयोग औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने, मधुमेह को कम करने और अन्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में मदद करता है।
वास्तु शास्त्र के इन नियमों पर भी दें ध्यान
दिशा: गुड़हल को घर के मुख्य द्वार के दाईं ओर या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
रंग: गुड़हल के फूलों का रंग लाल, गुलाबी, या सफेद हो सकता है। लाल रंग का गुड़हल सबसे अधिक लाभकारी माना जाता है।
गमला: गुड़हल को मिट्टी के गमले में लगाना चाहिए। गमले का रंग लाल या भूरा होना चाहिए।
पानी: गुड़हल को नियमित रूप से पानी देना चाहिए। ध्यान रहे कि गमले में पानी जमा न हो।
देखभाल: गुड़हल को नियमित रूप से देखभाल की आवश्यकता होती है। सूखे पत्तों और फूलों को हटाते रहना चाहिए
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)