Vish Yog 2023: 13 मई से इन 3 राशियों की बढ़ेगी मुश्किलें, शनि व चंद्रमा की युति से होगा “विष योग” का निर्माण, रहें सावधान

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Shadashtak Yog

Vish Yog 2023: ग्रहों की चाल का असर सभी राशियों पर पड़ता है। किसी के लिए शुभ तो किसी के लिए अशुभ साबित होता है। चंद्रमा और शनि युति से विष योग बनने जा रहा है। 13 मई को इस अशुभ योग का निर्माण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह राशियों पर प्रभाव डालता है। जातकों के जीवन में में परेशानियां बढ़ती है। स्वास्थ्य, धन और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तीन राशियों के लिए विष योग अशुभ साबित होगा। आइए जानें ऐसी कौन सी राशियां हैं जिन्हें सावधान रहने की जरूरत है-

मीन राशि

मीन राशि के जातकों में बारहवें भाव में विष योग का निर्माण हो रहा है। किसी से झगड़ा हो सकता है। सेहत को लेकर भी परेशानी बढ़ सकती है। आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कोई कीमती समान खो सकता है। सेहत का विशेष ख्याल रखें। अनचाही यात्रा का योग बन रहा है।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए भी विष योग मुश्किलें बढ़ाएगा। जातक के अष्टम भाव में इसका निर्माण हो रहा है। इस राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। सेहत और आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं। निवेश से संबंधित कोई भी फैसला विशेषज्ञों की सलाह के बिना निवेश से जुड़ा कोई फैसला लेने से बचें। कोई नया कार्य शुरू करने से पहले भी सावधानी बरतें।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए विष योग कठिनाइयां बढ़ा सकता है। धन हानी के योग बन रहे हैं। कार्यस्थल पर सतर्क रहने की जरूरत है, कोई भी गलती करने से बचें। ज्यादा धन खर्च ना करें। शत्रु आपकी परेशानी बढ़ा सकता है। किसी भी अनावश्यक विवाद में पड़ने से बचें।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News