Shivling Puja: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। रोजाना नियमित रूप से शिवलिंग की पूजा करने और जल चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। शिवलिंग को भगवान शंकर की ऊर्जा और सत्ता का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा शिवलिंग को शून्य, आकाश, अनंत, ब्रह्मांड और निराकार परम पुरुष का भी प्रतीक माना जाता है। सोमवार का दिन भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस दिन भक्तजन विशेष रूप से शिवलिंग की पूजा करते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कोई कठिन पूजा पाठ नहीं करनी होती है। मात्र एक लोटा जल से ही शिवजी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन शिवलिंग की पूजा के दौरान कुछ नियमों को पालन करना बहुत जरूरी होता है, खासतौर पर महिलाओं के लिए कई ऐसे नियम बताए गए हैं जिनका उन्हें पालन करना चाहिए।
शिवलिंग की पूजा करते समय महिलाएं किन बातों का रखें ध्यान
1. शिवलिंग को छूना वर्जित है। ज्योतिषी शास्त्र में शिवलिंग को पुरुष तत्व बताया गया है। ऐसे में शिवलिंग का स्पर्श महिलाओं के लिए वर्जित माना जाता है। जो महिलाएं अपनी श्रद्धा के अनुसार शिवलिंग को स्पर्श करना चाहती हैं उन्हें नंदी मुद्रा में ही स्पर्श करना चाहिए।
2. शिवलिंग की पूजा के दौरान महिलाओं को पीले या लाल रंग के वस्त्र पहनना चाहिए। यह रंग शुद्धता और पवित्रता के प्रतीक हैं।
3. शिवलिंग की पूजा के दौरान महिलाओं को पान, सुपारी, दूध और जल अर्पित करना चाहिए यह सामग्री भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है।
4. शिवलिंग की पूजा के बाद महिलाओं को भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न धार्मिक स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों के आधार पर लिखा गया है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)