सतना जिले के चित्रकूट से अगवा हुए जुड़वा बच्चों की यूपी में निर्मम हत्या मामले में रीवा आईजी चंचल शेखर ने खुलासा कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिस गाड़ी से बच्चों को लेकर जाया गया था उस पर भाजपा और बजरंग दल का झंडा लगा हुआ था। गिरोह का मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला है, जिसका भाई बजरंग दल का संयोजक है।
आईजी चंचल शेखर ने बताया कि अपहरण के बाद कुछ दिन बच्चों को चित्रकूट में ही रखा गया। इसके बाद चार अलग-अलग स्थानों पर रखा गया। बच्चों को ले जाने के लिए जिन दो वाहनों का उपयोग किया गया उस पर भाजपा और बजरंग दल का झंड़ा लगा था। इसलिए आरोपियों को बच्चे ले जाने में परेशानी नहीं हुई। घटना के चार दिन बाद ही दोनों बच्चों को अलग-अलग जगह पर रखा गया था।बदमाशों ने एक बार इंटरनेट कॉलिंग के जरिए बच्चे की उसके पिता से बात करवाई थी।
आईजी का कहना है कि परिजनों से 20 लाख रुपए की फिरौती ली गई थी। यह फिरौती यूपी पुलिस के जरिए दी गई। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई। अपहरणकर्ता एक व्यक्ति का मोबाइल लेकर फिरौती मांग रहे थे, उसे शंका हुई तो मोबाइल से उनकी बाइक का फोटो खींच लिया। बाइक के नंबर से ही पुलिस ने उन्हें ट्रेस किया।
सूत्रों के अनुसार आरोपी पदम कांत शुक्ला को बीजेपी के साथ ही आरएसएस के नेताओं का भी करीबी माना जा रहा है। फेसबुक पर आरोपी पदम कांत शुक्ला ने यूपी, एमपी, चित्रकूट के स्थानीय बीजेपी नेताओं और आरएसएस नेताओं के साथ फोटो पोस्ट की है। फेसबुक पर शुक्ला राजस्थान बीजेपी के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी, बांदा बीजेपी नेता पुष्कर तिवीरी, बांदा के पूर्व जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा पुष्कर द्विवेदी और आरएसएस के नेता संतोष मिश्रा के साथ फोटो है। आरोपी यूपी के बाहुबली राजा भैया के भी संपर्क में भी रहता था। बड़े नेताओं का संरक्षण होने की वजह से पदम शुक्ला से स्थानीय पुलिस डरती थी।