खेल जगत, डेस्क रिपोर्ट। वर्ल्ड कप T20 में पाकिस्तान से मिली करारी हार के बाद भारतीय गेंदबाज मोहम्मद शमी को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उनके खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल हो रहा है। इस पर फेसबुक ने सख्त कार्रवाई कर ऐसी सभी टिप्पणियों को डिलीट कर दिया है।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के खिलाफ फेसबुक पर चल रहे दुष्प्रचार पर फेसबुक ने सख्त रवैया अपनाया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर मोहम्मद शमी के खिलाफ की गई सभी ऐसी टिप्पणियां डिलीट कर दी गई है जो आपत्तिजनक है। फेसबुक ने कहा है कि जब भी इस तरह के उत्पीड़न की बातें सामने आती हैं, कंपनी इसे बेहद गंभीरता से लेती है और सख्त कार्रवाई करती है। मोहम्मद शमी के मामले में भी यही किया गया है।
दरअसल 10 विकेट से हारी भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 3.5 ओवर में 43 रन दिए थे और वह सबसे ज्यादा महंगे बॉलर साबित हुए थे। फेसबुक पर उनके प्रदर्शन को धर्म से जोड़ दिया और उनके खिलाफ घृणास्पद टिप्पणियां की गयी। हालांकि सचिन तेंदुलकर जैसे क्रिकेटर मोहम्मद शमी के समर्थन में सामने आए और सचिन ने ट्वीट करके लिखा “जब हम टीम इंडिया का समर्थन करते हैं तो हम टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का समर्थन करते हैं। मोहम्मद शमी एक प्रतिबद्द विश्वस्तरीय गेंदबाज है। बस कल वह रंग में नहीं दिखे जो किसी भी खिलाड़ी के साथ हो सकता है। मैं शमी और टीम इंडिया के साथ खड़ा हूं।” वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर लिखा “मोहम्मद शमी पर ऑनलाइन हमला चौंकाने वाला है और हम उनके साथ खड़े हैं। वह एक चैंपियन है और जो कोई भी भारत की टोपी पहनता है उसके दिल में किसी ऑनलाइन भीड़ से ज्यादा भारत है। मैं आपके साथ हूं शमी। अगले मैच में दिखा दो जलवा।”
वही फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि हमने भारतीय क्रिकेटर पर दुर्व्यवहार का निर्देश देने वाली टिप्पणियों को हटाने के लिए तुरंत उपाय शुरू कर दिए और हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेंगे जो हमारे सामुदायिक मानकों का उल्लंघन करते हैं।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।