गौतम गंभीर ने किया राजनीति से सन्यास का ऐलान, नड्डा से कही यह बात, युवराज भी बोले ‘मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं’

गौतम गंभीर ने राजनीति को अलविदा कह दिया है। उन्होंने इस संबंधित में सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा किया है। युवराज ने भी चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी है।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Gautam gambhir and yuvraj singh

Gautam Gambhir And Yuvraj Singh: लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली के सासंद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir Quits Politics) ने राजनीति छोड़ने की घोषणा कर दी है। वह फिलहाल क्रिकेट पर ही फोकस करना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ पूर्व ऑलराउन्डर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भी चुनाव न लड़ने की पुष्टि कर दी है। वह अपने YOUWECAN फाउंडेशन के जरिए ही लोगों की मदद करना चाहते हैं।

मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें- गौतम गंभीर ने नड्डा से कहा

गौतम गंभीर ने X पर कहा, “मैनें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अनुरोध किया है कि वह मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपने आने वाले क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर फोकस कर सकू” पूर्व क्रिकेटर ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद करते हुए कहा, “मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री को दिल से धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मुझे सेवा करने का अवसर प्रदान किया”  बता दें कि भाजपा ने हाल ही में लोकसभा चुनावों के लिए 100 कैंडीडेट्स की पहली सूची जारी की थी। इसमें दिल्ली लोकसभा सीटों के लिए गौतम गंभीर का नाम भी शामिल था। लेकिन चुनाव से पहले ही गंभीर ने राजनीति को अलविदा कह दिया।

Gautam gambhir and yuvraj singh

युवराज ने कही ये बात

लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरों पर पूर्व ऑलराउन्डर युवराज सिंह से चुप्पी तोड़ी है। उन्होनें मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने ट्वीट किया, “मीडिया रिपोर्ट्स के उलट, मैं गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहा हूँ। मेरा ध्येय विभिन्न क्षमता में लोगों की मदद और समर्थन करने में है। जिसे मैं अपने फाउंडेशन YOUWECAN के जरिए जारी रखूँगा। अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ मिलकर बदलाव लाना जारी रखें।”

Gautam gambhir and yuvraj singh


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News