Ind vs Eng: भारत ने लगाई जीत की हैट्रिक, इंग्लैंड को रांची में 5 विकेट से हराया, सीरीज पर 3-1 की बढ़त से किया कब्जा

192 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी ने 84 रनों की साझेदारी निभाई। वहीं इनके आउट होने के बाद भारतीय टीम लड़खड़ाने लगी। लेकिन शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल ने पारी को संभाला।

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Ind vs Eng: भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच रांची के जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। जहां चौथे ही दिन भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर लगातार तीसरी जीत हासिल की है। वहीं इस जीत के बदौलत भारत ने 3-1 की बढ़त बनाकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है।

192 रनों का मिला था लक्ष्य

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 353 रन बनाई थी। वहीं भारत पहली पारी में 307 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इस दौरान इंग्लैंड को 46 रनों की बढ़त हासिल की थी। हालांकि दूसरी पारी में इंग्लैंड ने कुछ कमाल नहीं कर पाया और 191 रनों पर ही ऑलआउट हो गई। वहीं टीम ने जीत के लिए 192 रनों का लक्ष्य दिया था। जिसका पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 5 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया।

शुभमन और ध्रुव की जोड़ी ने संभाली पारी

192 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी ने 84 रनों की साझेदारी निभाई। वहीं इनके आउट होने के बाद भारतीय टीम लड़खड़ाने लगी। लेकिन शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल ने पारी को संभाला। इस दौरान शुभमन गिल ने 124 गेंदों में 2 छक्के की मदद से नाबाद 52 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। जबकि ध्रुव जुरेल ने 77 गेंदों में 2 चौके की मदद से नाबाद 39 रनों की पारी खेली।

शोएब बशीर ने चटकाए सबसे ज्यादा विकेट

वहीं दूसरी पारी में इंग्लैंड की गेंदबाजी खासा असर नहीं दिखा पाई। हालांकि शोएब बशीर ने 26 ओवर में 79 रन देकर 3 विकेट चटकाने में सफल रहे। वहीं दूसरी तरफ जो रूट और टॉम हार्टले को 1-1 विकेट की सफलता मिली।

भारत ने घर में जीती 17वीं टेस्ट सीरीज

भारत ने इंग्लैंड को तीसरे में मैच में हराकर सीरीज पर तो कब्जा कर लिया है। दूसरी तरफ घरेलू मैदान पर 17वीं जीत दर्ज की है। घरेलू मैदान पर भारत की जीत का यह सिलसिला साल 2013 से चला आ रहा है।

 

 


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।