भारत की बेटियों ने किया कमाल, एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में जापान को दी करारी शिकस्त, जीता गोल्ड

Diksha Bhanupriy
Published on -
Asian Champions Trophy

Asian Champions Trophy: एक तरफ जहां बीते दिन भारत की जनता क्रिकेट में मिली शानदार जीत का जश्न मना रही थी और हर तरफ विराट के जन्मदिन की बातें की जा रही थी। इस बीच दूसरी तरफ भारत की बेटियों ने कमाल कर दिखाया है। भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में जापान से एकतरफा जीत हासिल की है।

यह दूसरी बार है जब भारतीय टीम ने इस खिताब को अपने नाम किया है और इस बार यह जीत 4-0 से रही। भारत के लिए 17 मिनट में संगीता, 46 मिनट में नेहा, 57वें मिनट में लालरेमसियामी और 60वें मिनट में वंदना कटारिया ने गोल दागा। संगीता और वंदना के गोल मैदानी रहे जबकि अन्य दो खिलाड़ियों ने पेनल्टी कॉर्नर पर अपना कमाल दिखाया।

भारत की बेटियों का कमाल

जापान के साथ भारत का यह मुकाबला रविवार को रांची के मारंग गामके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में रखा गया था। इस शानदार जीत के बाद हॉकी इंडिया ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी साथ ही यह भी ऐलान किया गया कि हर खिलाड़ी को तीन-तीन लाख रुपए इनाम के तौर पर दिए जाएंगे और जो सहयोगी स्टाफ उनके साथ मौजूद था उनमें से हर एक सदस्य को डेढ़ लाख रुपए मिलेंगे।

 

जापानी टीम नहीं कर सकी गोल

भारतीय टीम ने हॉकी के इस मैच को एकतरफा जीता है और जापान एक भी गोल नहीं दाग सका। जापान की खिलाड़ी ने 22 मिनट में एक गोल किया था लेकिन वीडियो रेफरल के बाद यह प्रयास खारिज हो गया। 52वें मिनट में भी पेनल्टी स्ट्रोक का मौका जापान को दिया गया था। लेकिन भारतीय गोलकीपर सविता पूनिया ने इस प्रयास को विफल कर दिया। भारतीय टीम ने इसके बाद जापान को एक भी ऐसा मौका नहीं दिया जब वह गोल कर सके।

एशियन गेम में भी दी थी शिकस्त

बता दें कि इस खिताबी मैच से पहले भारतीय टीम इसी टूर्नामेंट के लीग चरण में भी जापान को शिकस्त दे चुकी है। वहीं इससे पहले हुए एशियाई गेम्स में ब्रोंज मेडल प्लेऑफ में भी भारत ने जापान को 2-1 से हराया था। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के अलावा पांच टीमों ने हिस्सा लिया था। इनमें जापान, कोरिया, चीन, मलेशिया, थाईलैंड शामिल थी। जीत के साथ भारत ने जहां गोल्ड मेडल हासिल किया तो वहीं जापान को सिल्वर मेडल मिला। वहीं चीन की महिला हॉकी टीम ने कोरिया को हराकर ब्रॉन्ज जीता।


About Author
Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

Other Latest News