खेल, डेस्क रिपोर्ट। देश के खेल मानचित्र पर मध्य प्रदेश (MP) ने एक और उपलब्धि हासिल की है। रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट (Ranji Trophy Cricket Tournament) के फाइनल में मध्य प्रदेश (MP in Ranji Trophy final) की टीम ने 23 साल के लंबे अंतराल के बाद जगह बनाई है जहां उसका मुकाबला 41 बार के चैम्पियन मुंबई की टीम से होगा। मध्य प्रदेश की उपलब्धि पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamal Nath) ने बधाई दी है।
कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान Alur KSCA क्रिकेट मैदान पर खेले गए रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में मध्य प्रदेश की टीम ने बंगाल की टीम को हरा दिया। मध्य प्रदेश (MP News) की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 341 रन बनाये जिसमें हिमांशु मंत्री ने शानदार 165 रन बनाये जवाबी पारी में बंगाल की टीम 273 रन बना पाई। मप्र की तरफ से कुमार कार्तिकेय ने 61 रन देकर 3 विकेट लिए और पुनीत दांते ने 48 रन देकर 3 विकेट लिए।
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश ने 281 रन बनाये जिसमें आदित्य श्रीवास्तव ने 82 और रजत पाटीदार ने 79 रनों का योगदान किया। बंगाल की टीम कल के बारिश बाधित मैच के बाद आज फिर से खेलने उतरी लेकिन कार्तिकेय की तूफानी गेंदबाजी में उलझ गई। 350 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल की टीम 175 रन ही बना सकी और आउट हो गई। मप्र के कार्तिकेय ने 67 रन देकर आधी टीम यानि 5 खिलाड़ियों को पैवेलियन भेज दिया और गौरव यादव ने 19 रन देकर 3 विकेट लिए। इस तरह मध्य प्रदेश टीम ने बंगाल को 173 रनों से हराकर फ़ाइनल में जगह बना ली।
प्लयेर ऑफ द मैच हिमांशु मंत्री को चुना गया, उन्होंने पहली पारी में 165 रन और दूसरी पारी में 21 रन बनाये। मध्य प्रदेश के 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी में पहुँचने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोच चंद्रकांत पंडित और पूरी टीम को बधाई दी है। उधर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी मप्र की टीम को बधाई दी है।
आपको बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश की टीम 1989-99 में फ़ाइनल में पहुंची थी। फ़ाइनल में मध्य प्रदेश का मुकाबला 47 बार फ़ाइनल में पहुंचने वाली और 41 बार की चैम्पियन मुंबई के साथ 22 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम मुंबई में होगा