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Sun, Dec 14, 2025

गूगल मैप्स से चोर रख सकते हैं आपके घर पर नज़र, जानिए कैसे अपने आशियाने को बनाएं डिजिटल रूप से सुरक्षित

Written by:Ronak Namdev
गूगल मैप्स का स्ट्रीट व्यू आपके घर की तस्वीरें सार्वजनिक कर देता है, जिससे चोर रेकी कर सकते हैं। जानिए कैसे अपने घर को Google Maps से ब्लर करें, और प्राइवेसी को सुरक्षित बनाएं। आसान स्टेप्स और डिजिटल सिक्योरिटी टिप्स
गूगल मैप्स से चोर रख सकते हैं आपके घर पर नज़र, जानिए कैसे अपने आशियाने को बनाएं डिजिटल रूप से सुरक्षित

गूगल मैप्स का स्ट्रीट व्यू फीचर आपको दुनिया की सड़कों को घर बैठे देखने की सुविधा देता है, लेकिन ये आपके घर की प्राइवेसी के लिए खतरा भी बन सकता है। इस फीचर से कोई भी आपके घर का बाहर का नजारा, दरवाजे, खिड़कियां और गाड़ियां देख सकता है। एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि चोर इसका इस्तेमाल घरों की रेकी करने के लिए कर सकते हैं। इसलिए, अपनी सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए अपने घर की इमेज को ब्लर करना जरूरी है।

हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि घर को ब्लर करने से चोरों का ध्यान उल्टा आपकी प्रॉपर्टी की तरफ जा सकता है, क्योंकि उन्हें लग सकता है कि आप कुछ छिपा रहे हैं। फिर भी, प्राइवेसी को प्राथमिकता देने वाले ज्यादातर लोग इसे सिक्योरिटी का एक जरूरी कदम मानते हैं। गूगल मैप्स में घर को ब्लर करने की प्रक्रिया आसान है और इसे कोई भी कर सकता है। ये कदम खासकर उन लोगों के लिए जरूरी है जो अपने घर की लोकेशन को ऑनलाइन छिपाना चाहते हैं।

घर को स्ट्रीट व्यू से ब्लर करने का आसान तरीका

अपने घर को गूगल मैप्स पर ब्लर करने के लिए सबसे पहले गूगल मैप्स ऐप या वेबसाइट पर जाएं। अपने घर का पता डालकर सर्च करें और स्ट्रीट व्यू मोड में जाएं। इसके बाद, नीचे दाईं ओर ‘रिपोर्ट अ प्रॉब्लम’ ऑप्शन पर क्लिक करें। एक फॉर्म खुलेगा, जहां आप उस हिस्से को सेलेक्ट कर सकते हैं, जिसे आप ब्लर करना चाहते हैं, जैसे घर का मेन गेट या पार्किंग एरिया। फॉर्म में अपनी डिटेल्स और ब्लर करने की वजह बताएं, जैसे ‘प्राइवेसी कंसर्न’। गूगल आपकी रिक्वेस्ट को रिव्यू करेगा और कुछ दिनों में इमेज ब्लर कर दी जाएगी।

प्राइवेसी के लिए और क्या करें

गूगल मैप्स के अलावा, अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को और मजबूत करने के लिए कुछ और कदम उठा सकते हैं। अपने फोन में लोकेशन हिस्ट्री को बंद करें, ताकि आपकी हर मूवमेंट ट्रैक न हो। बिना जरूरत के ऐप्स को लोकेशन परमिशन न दें। अगर आप सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हैं, तो EXIF डेटा हटाएं, जिसमें लोकेशन जैसी संवेदनशील जानकारी हो सकती है। प्राइवेसी-फोकस्ड ऐप्स जैसे सिग्नल या फायरफॉक्स का इस्तेमाल करें। ये छोटे कदम आपकी डिजिटल सिक्योरिटी को और बढ़ाएंगे।