देशभर में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर सरकार की ओर से जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया गया। दरअसल यह तरीका है साइबर फ्रॉड कॉलर ट्यून। बता दें कि यह ट्यून कॉल करने से पहले सुनाई देती है, जिसमें अमिताभ बच्चन की आवाज में अनजान लिंक, OTP या कॉल्स से बचने की सलाह दी जाती है। हालांकि, अब यह आवाज लोगों को राहत से ज्यादा परेशानी देने लगी है, खासकर तब जब उन्हें किसी को तुरंत कॉल करना हो। वहीं अब अच्छी खबर यह है कि आप इस कॉलर ट्यून को एक बटन दबाकर भी स्किप कर सकते हैं।
दरअसल अगर आप बार-बार साइबर फ्रॉड कॉलर ट्यून से परेशान हैं, तो यह ट्रिक आपके लिए है। राजस्थान पुलिस की सब-इंस्पेक्टर आरती सिंह तंवर ने इंस्टाग्राम पर एक आसान तरीका बताया है। जब आप किसी को कॉल करें और वह ट्यून शुरू हो जाए, तो तुरंत अपने फोन का कीपैड खोलिए और ‘1’ दबाइए। बस इतना करते ही कॉलर ट्यून स्किप हो जाएगी और सीधा रिंगिंग शुरू हो जाएगी। यह ट्रिक iPhone यूज़र्स के लिए पूरी तरह काम करती है। Android फोन्स में यह ट्रिक कुछ नेटवर्क पर काम कर सकती है, कुछ पर नहीं, क्योंकि यह टेलीकॉम कंपनी की सुविधा पर निर्भर करता है। यह फीचर खासतौर पर तब मददगार होता है जब किसी को इमरजेंसी में कॉल करना हो और ट्यून टाइम वेस्ट कर रही हो।
Caller Tune क्यों है जरूरी?
दरअसल यह कॉलर ट्यून सरकार के साइबर क्राइम जागरूकता अभियान का हिस्सा है। इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) और दूरसंचार विभाग ने मिलकर यह निर्देश जारी किया था कि सभी टेलीकॉम कंपनियां कॉलर ट्यून और प्री-कॉल मैसेज के जरिए लोगों को जागरूक करें। इसमें खासतौर पर बताया जाता है कि अंजान नंबर से आई कॉल, मैसेज में आए लिंक या OTP शेयर न करें। यह अभियान 3 महीने के लिए जारी रहेगा। RBI की रिपोर्ट बताती है कि 2020 में साइबर अपराधों के कारण 1.85 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। इसीलिए सरकार जागरूकता पर खास ज़ोर दे रही है।
क्या Caller Tune को हमेशा के लिए हटाया जा सकता है?
फिलहाल, इस कॉलर ट्यून को परमानेंट हटाने का कोई ऑफिशियल तरीका नहीं है, क्योंकि यह गवर्नमेंट का निर्देश है। हालांकि, कॉल के दौरान इसे मैन्युअली स्किप करना एक आसान और समय बचाने वाला तरीका है। जब तक यह कैंपेन जारी है, आपको इसे सुनना पड़ेगा, लेकिन कम से कम एक क्लिक से आप सीधे काम की बात पर आ सकते हैं। अगर आप साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत 1930 नंबर पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। किसी भी ट्रांजैक्शन में सतर्क रहें, और अनजान मैसेज या कॉल पर पर्सनल जानकारी कभी न दें।





