सरकार द्वारा साइबर अपराध को रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, बावजूद इसके साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं और उन्हें जाल में फंसा रहे हैं। हाल ही में एक नया तरीका सामने आया है, जिसके जरिए लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। दरअसल, साइबर ठग मोबाइल यूजर्स को टोल टैक्स न चुकाने पर जुर्माना लगने जैसा मैसेज भेज रहे हैं।
इस तरह के स्कैम को लेकर अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने वार्निंग जारी की है। दरअसल, टोल टैक्स न चुकाने पर जुर्माना लगने जैसा मैसेज भेजने के बाद मोबाइल यूजर्स को तुरंत जुर्माना चुकाने के लिए कहा जाता है। लेकिन जैसे ही वे मैसेज में दिए गए लिंक को ओपन करते हैं, तो यह लिंक उन्हें एक फर्जी पेज पर ले जाता है।

कैसे कर रहे यह स्कैम?
दरअसल, इस तरह की लिंक का उपयोग करके ठग यूजर्स का निजी डेटा चुरा लेते हैं और उनकी सारी जानकारी स्कैमर्स तक पहुंच जाती है। बता दें कि इस तरह के स्कैम को Smishing (SMS + Phishing) कहा जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर अपराधियों द्वारा इसके लिए 10,000 से ज्यादा नकली डोमेन बनाए गए हैं। ये एकदम असली डोमेन की तरह ही दिखते हैं, जिससे लोगों को इसे पहचानने में दिक्कत होती है और वे इसे हकीकत समझकर इस लिंक पर क्लिक कर देते हैं। पहले ये लिंक टोल टैक्स के नाम पर भेजे जाते थे, लेकिन अब ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्कैम डिलीवरी सर्विस के नाम पर भी किया जा रहा है। जैसे ही कोई यूजर इस नकली डोमेन पर क्लिक करता है, तो वह स्कैम का शिकार हो जाता है।
इससे कैसे बचा जा सकता है?
दरअसल, इस पेज पर पहुंचने के बाद लोगों से उनके बैंक कार्ड, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगी जाती है। कई लोग झांसे में आकर अपनी जानकारी दे देते हैं, जिससे पूरी जानकारी स्कैमर्स के पास पहुंच जाती है और उनका निजी डेटा चोरी हो जाता है। इसके चलते उनके पैसे ठगना भी आसान हो जाता है। ऐसे में इस तरह के स्कैम से बचने के लिए कभी भी अनऑथराइज्ड लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए और किसी अनजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए। हालांकि, अभी तक ये मामले अमेरिका और कनाडा के कुछ इलाकों में ही देखने को मिले हैं, लेकिन भारत में जिस प्रकार से साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ रही हैं, ऐसे में अभी से इसके प्रति सतर्क रहना बेहद जरूरी है।