ग्वालियर में कैबिनेट मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर द्वारा कांग्रेस नेता ज्येातिरादित्य सिंधिया और देवास में नगर निगम कमिश्नर संजना जैन द्वारा कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर छूने और वीडियो वायरल होने के बाद सियासत गर्मा गई है। प्रोटोकॉल उल्लंघन और पद की गरीमा को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। वही विपक्ष ने मौके को लपकते हुए सरकार की घेराबंदी करना शुरु कर दिया है। बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है ।पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बाद अब शिवराज ने इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल खड़े किए है और सरकार पर तीखे वार किए है।
आज मीडिया से चर्चा करते हुए शिवराज ने कहा कि सरकार में रेट तय है उसके बाद भी पैर छूने पढ़ रहे है।ब्यूरोकेसी की अपनी मर्यादा है, ऐसा नतमस्तक होना उनकी छवि पर कर्तव्यनिष्ठा पर सवाल खड़े करता है।वही दिग्विजय के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को मजबूर नही मजबूत सीएम बनने की नसीहत देने का शिवराज ने समर्थन किया । शिवराज ने कहा कि लक्ष्मण सिंह खरा बोलते है, जमाना कहता है सरकार काम नही कर रही है। चलती का नाम गाड़ी है।पैसे की लूट मची है। प्रदेश तबाह हो रहा है। विकास के लिए ग्राम पंचायतों में जो पैसा गया था वो बुला लिया है। केवल कैसे लुटे यह चल रहा है, प्रदेश तबाह हो रहा है। बर्बाद हो रहा है। अब तो चेतो कमल नाथ।
डेंगू का कहर, शिवराज का वार
वही भोपाल समेत एमपी में बढ़ते डेंगू के कहर पर शिवराज ने कहा कि पहले से एक्शन प्लान तैयार करना था। हम ठोस प्लान तैयार करते थे।अच्छी बात ये है कि स्वास्थ्य मंत्री ने कम से कम स्वीकार तो किया कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर रोकथाम लगाने में असफल हुआ है।