Suicide: पेट में दर्द बना मौत की वजह, कारोबारी ने मारी खुद को गोली, कहा- यह दर्द अब हो गया है जानलेवा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल (bhopal) के श्यामला हिल्स (shyamla hills) से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 80 साल के कारोबारी ने पेट में दर्द (stomach pain) होने के चलते सुसाइड (suicide) कर लिया। सुसाइड (Suicide) से पहले कारोबारी ने एक सुसाइड नोट (Suicide Note) भी लिखा है जिसमें उन्होंने अपनी तकलीफ के बारे में बताया है।

उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि यह दर्द (Pain) अब जानलेवा हो गया है, जिसके चलते मानसिक तनाव (Depression) बढ़ता जा रहा है। अब इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए मेरे पास एकमात्र रास्ता आत्महत्या है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र थाना प्रभारी तरुण भाटी ने बताया कि कारोबारी आरके दुबे ने अपने सुसाइड नोट में पेट दर्द के बारे में उल्लेख किया है और अपनी मौत का कारण पेट दर्द को बताया है। बता दे कि आरके दुबे अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ रहते हैं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।