मुरैना,संजय दीक्षित। आयुर्वेदिक डॉक्टरों को 58 तरह की सर्जरी करने का अधिकार दिए जाने के विरोध में आज जिले भर के नर्सिंग होम, जिला अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल, स्वास्थ्य और उपस्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ डॉक्टर हड़ताल (Doctors Strike) पर बैठ गए हैं। इसलिए आज सामान्य मरीज इलाज के लिए अस्पताल में नहीं पहुंचे हैं। क्योंकि डॉक्टर सिर्फ इमरजेंसी या एक्सीडेंट में घायल होने वाले मरीजों अथवा गंभीर बीमारी मरीजों का ही उपचार करेंगे। आज जिला अस्पताल की ओपीडी भी बन्द रही।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर बी एल राजपूत ने बताया कि आयुर्वेदिक और एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति अलग-अलग है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज का विरोध नहीं करती ।आयुर्वेदिक पद्धति में मरीजों को दवाओं से स्वस्थ करने की क्षमता है , लेकिन सर्जरी एलोपैथी का महत्वपूर्ण हिस्सा है और अगर इसमें आयुर्वैदिक के डॉक्टर सर्जरी करेंगे तो मानव जीवन को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।