अपनी मांगों के चलते निजी स्कूल और कॉलेज कल हड़ताल पर, ऑनलाइन क्लासेस भी नहीं होंगी संचालित

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में अपनी मांगों (Demands) को लेकर सभी प्राइवेट शैक्षणिक संस्थान (Private Educational Institutions) सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। प्राइवेट शैक्षणिक संस्थानों की मांग है कि जल्द से जल्द स्कूल और कॉलेज खोलने (Open School And Colleges) का निर्णय लिया जाए, लेकिन सरकार द्वारा अभी तक इसको लेकर कोई निर्णय (Decision) नहीं लिया गया है, जिसके कारण निजी शैक्षणिक संस्थान ने 15 दिसंबर यानी कि कल स्कूल कॉलेज बंद (close) रखने का फैसला किया है। कल सभी निजी स्कूल और कॉलेजों में किसी भी तरह का ना तो कोई काम होगा ना ही ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) संचालित कर पढ़ाई की जाएगी।

कल होने वाले बंद को लेकर एसोसिएशन ऑफ अन-ऐडड प्राइवेट स्कूल मध्य प्रदेश (Association of Un-Aided Private Schools Madhya Pradesh) के उपाध्यक्ष बताते हैं कि अपनी मांगों के लिए पहले 14 दिसंबर को सीएम शिवराज के आवास को घेरने का निर्णय लिया गया था, लेकिन बाद में सरकार को थोड़ा और वक्त देते हुए इस फैसले को वापस ले लिया गया। अब कल यानी कि मंगलवार को सारे निजी स्कूल और कॉलेज को बंद रखा जाएगा और अगर मांग पूरी नहीं होती है तो 16 दिसंबर को प्रदर्शन भी किया जाएगा।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।