भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। उपचुनाव (By-Election) की हार के बाद मासूस और सुस्त पड़े युवाओं में नगरीय निकाय चुनाव (Urban Body Election) से पहले एक बार फिर कांग्रेस (Congress) ने जोश और जूनून भरना शुरु कर दिया है। चुनाव से पहले वरिष्ठ नेता युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे है। इसी बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव (Arun Yadav) का भी बड़ा बयान सामने आया है। यादव का कहना है कि नगर निगम का चुनाव युवा लड़ेंगे, उन्हें टिकट मैं दिलाऊंगा।
दरअसल, रविवार को अरुण यादव धार (Dhar) के मोहनखेड़ा में आयोजित तीन दिवसीय युवा कांग्रेस के राजनीतिक (Politics) प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया और चुनावी प्रणाली से युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों का चयन किया गया। सभी की जिम्मेदारी है, जनता के बीच जाएं और पार्टी को मजबूत करें। नगर निगम का चुनाव युवा लड़ेंगे, उन्हें टिकट मैं दिलाऊंगा।
वही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि यूथ कांग्रेस (Youth Congress) में अनुशासन की कमी है, इसलिए हम सबको अनुशासन सीखकर उसमें रहना होगा । अक्सर गुटबाजी को लेकर चर्चा में रहने वाली कांग्रेस में अनुशासन की कमी भी है।उन्होंने यूथ कांग्रेस को अनुशासन सीखने की सलाह दी है। इस दौरान यादव ने युवा से नेता और नेता से जननेता बनने, सगंठन मजबूती, कांग्रेस की रीति-नीति, पार्टी की अपेक्षाएं के साथ साथ जनता से कैसे जुड़े जैसे तमाम टिप्स दिए।
बता दे कि उपचुनाव में हार और युवा कांग्रेस चुनाव में गुटबाजी के बाद कांग्रेस अब कार्यकर्ताओं से सीधे रुबरु हो रही है। वरिष्ठ नेताओं द्वारा युवाओं को पार्टी के सिद्धांत और अनुशासन का पाठ पढ़ाया जा रहा है। कांग्रेस अब प्रशिक्षण के माध्यम से कार्यकर्ताओं से जुड़ रही है और आगामी चुनाव पर फोकस कर रही है। इसी क्रम में धार जिले के मोहनखेड़ा में 10,11 और 12 जनवरी को युवा कांग्रेस का ट्रेनिंग कैंप लगाया गया है।
पहले दिन अरुण यादव, सुरेश पचौरी (Suresh Pachori), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) , विधायक संजय शुक्ला समेत कई नेता मौजूद रहे। 12 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) धार पहुंचेंगे। वही 16 जनवरी को छिंदवाड़ा (Chhindwara), 19 जनवरी को बालाघाट और सिवनी के साथ अंत में 20 जनवरी को मुरैना (Morena) पहुंचकर निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेगी, ताकी मजबूती के साथ मैदान में उतर सके। इस दौरान कांग्रेस का फोकस किसानों (Farmers) पर भी रहेगा जो राजनीति की धुरी बने हुए है।