तेजस्विनी कार्यक्रम- बेटियों को सबल और साक्षर बनाने का सार्थक अभियान

छतरपुर, संजय अवस्थी। जिले में बेटियों को सबल और साक्षर बनाने के लिए तेजस्विनी कार्यक्रम चल रहा है। बुंदेलखण्ड में लड़कियों को अधिक नहीं पढ़ाया जाता है, इस मिथक को तोड़ने और लड़कियों को सशक्त करने के लिए ये योजना क्रियान्वित की जा रही है। दो इस दौरान कार्यक्रम के तहत दो छात्राओं ने दिनभर एसडीएम की कार्यप्रणाली समझी।

एसडीएम छतरपुर प्रियांशी भंवर ने तेजस्विनी अभियान शुरू करने के संबंध में मीडिया को बताया कि बुंदेलखण्ड में प्रायः यह देखा जाता है कि लड़कियों को ज्यादा पढ़ाया नहीं जाता है। उनका एक्सपोजर दुनिया को लेकर कम होता है। इसी बात को लेकर तेजस्विनी योजना की शुरूआत की गई है। तेजस्विनी योजना का उद्देश्य यह है कि समाज के और देश की भावी पीढ़ी को यह पता हो सके कि प्रशासन में किस तरह से काम होते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा कम ही होता है कि हमें बताया जाए कि जिले में कलेक्टर, एसपी, एसडीएम किस तरह से काम करते हैं। उन्हें स्वयं भी सर्विस में आने के बाद ही यह समझ में आया कि प्रशासनिक अधिकारी किस तरह से काम करते हैं। तेजस्विनी अभियान के द्वितीय क्रम में छात्राएं मंदाकिनी साहू और दिशा जैन ने शुक्रवार को दिन भर जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली समझने के क्रम में छतरपुर आयोजित रोजगार मेले की कार्यप्रणाली के साथ-साथ एसडीएम की कार्यप्रणाली भी समझी।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।