शिवपुरी, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) के तेवर इन दिनों सख्त हैं और वह हर कीमत पर मध्यप्रदेश में माफियाओं (Mafia) को उखाड़ फेंकने के लिए कृत संकल्प नजर आते हैं। लगातार बैठकों के माध्यम से मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि वह किसी भी प्रकार के माफिया पर कठोर कार्रवाई करें।
गरीब लोगों का पैसान वापस करने वाले चिटफंड माफियायो पर भी शिवराज की नजर टेढ़ी है और वे साफ तौर पर निर्देश दे चुके हैं कि किसी भी चिटफंड माफिया (Chit fund mafia) को किसी हालत में नहीं छोड़ा जाए और इस बार एजेंट नहीं बल्कि सीधे मालिक के ऊपर कारवाई की जाए।
बावजूद इसके शिवपुरी जिले (Shivpuri district) के करैरा में सहारा इंडिया कंपनी क्रेडिट सोसाइटी (Sahara India Company Credit Society) के उपभोक्ताओं के तकरीबन 9 करोड रुपए कंपनी वापस नहीं लौटा रही है और इसकी शिकायत मजबूर जमाकर्ता कई बार स्थानीय पुलिस व प्रशासन (Police and Administration) से कर चुके हैं। 24 जुलाई 2020 को इस संबंध में एसडीएम को जमाकर्ताओं की सूची भी सौंपी जा चुकी है।
इतना ही नहीं जब मुख्यमंत्री विधानसभा के उपचुनाव (By-election) के दौरान 11 सितंबर 2020 को करैरा गए थे तब भी जमा कर्ताओं ने उन्हें ज्ञापन दिया था और मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल जमाकर्ताओं के पैसे वापस लौट आने के संबंध में उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। बावजूद इसके अभी तक किसी भी उपभोक्ता का पैसा वापस नहीं मिला है।
हालात इस कदर बेकाबू है कि करैरा की सहारा कंपनी के मैनेजर अपना इस्तीफा कंपनी को सौंप चुके हैं, लेकिन कंपनी ने उन्हें अभी भी काम करने के लिए कहा है ।इस्तीफा सौंपने की वजह जमाकर्ताओं का लगातार पड़ रहा दबाव है। सूत्रों की माने तो अकेले करेरा में लगभग 35 से 40 करोङ रू सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी को उपभोक्ताओं का वापस लौटाना है लेकिन कंपनी पैसा वापस नहीं लौटा रही है और स्थानीय पुलिस व प्रशासन में जाने किसके दबाव में आंखें बंद करके बैठा है।