दरअसल शनिवार को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा (board exam) को लेकर बैठक आयोजित की थी। वही बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के निर्णय का खासा विरोध देखने को मिला। इतना ही नहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन माध्यमिक शिक्षा मंडल के पक्ष में है। स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि पिछले 2 महीने से 10वीं और 12वीं के छात्र नए पैटर्न पर परीक्षा का अभ्यास कर रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में अचानक से विशेष धारा का उपयोग कर माशिमं द्वारा किए गए बदलाव को बदल देना विद्यार्थियों के लिए हानिकारक होगा।
Read More: सरकारी नौकरी: बेरोजगार युवाओं के लिए मौका, इन पदों पर निकली वैकेंसी, जल्द करें आवेदन
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना काल में स्कूल बंद किए गए थे। कई विषयों के कोर्स पूरी नहीं किए गए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर देना संभव नहीं हो पाएगा। वही प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा किए गए बदलाव और नए पैटर्न को विद्यार्थियों के हित में बताया है।
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि इस पैटर्न परीक्षा देने के बाद छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकेंगे। इतना ही नहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखेंगे और साथ ही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा नए पैटर्न पर करवाने की मांग करेंगे।
Read More: राज्य सरकार ने डीएफओ शैलेंद्र गुप्ता को किया निलंबित, ये रही निलंबन की वजह
बता दे कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के पैटर्न को लेकर विद्यार्थियों में खासा असमंजस देखने को मिल रहा है। जहां पिछले 2 महीने से विद्यार्थी मंडल द्वारा उपलब्ध कराए गए ब्लूप्रिंट (blueprint) के हिसाब से तैयारी कर रहे थे। वही अर्धवार्षिक परीक्षा (midterm test) में परीक्षार्थियों को पुराने पैटर्न पर प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों में काफी रोष देखने को मिल रहा है।
वही अर्धवार्षिक परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों का कहना है कि ब्लूप्रिंट के आधार पर हमने तैयारी की थी। किंतु अर्धवार्षिक परीक्षा में वैसे प्रश्न पूछे जा रहे हैं जो ऑनलाइन क्लास (online clas) में पढ़ाए ही नहीं गए हैं। अब ऐसी स्थिति में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परीक्षा परिणाम किस तरह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सही होंगे। यह मंडल और विभाग दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है। दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और इस बात को लेकर सीएम शिवराज तक पहुंचने की बात कह रहा है।