इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के व्यवसायिक शहर इंदौर (Indore) में बीते 15 दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से सामने आ रहे है और इसी का परिणाम है कि शहर में रविवारीय लॉकडाउन लगाने के अलावा मास्क पहनने और सोशल डिस्टेसिंग (Social distancing) को लेकर सख्ती बरती जा रही है। कोरोना के कहर को देखते हुए प्रशासन अब वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर अलर्ट है और ये ही वजह है आज से निगम मुख्यालय सहित शहर के 19 जोनल कार्यालयों पर कोविड -19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है।
मंगलवार को सुबह इंदौर कलेक्टर (Indore Collector) मनीष सिंह ने साफ कर दिया था कि बुधवार से निगम के सभी 19 जोनल कार्यालयों पर वैक्सीनेशन की शुरुआत की जाएगी। इसी का परिणाम है, निगम मुख्यालय और निगम के सभी ज़ोन पर कोरोना के टीके लगाए जा रहे है। आज से शुरू हुए वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत जोनल कार्यालयों पर अलग कक्ष बनाकर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। वही इन सेंटर्स पर लोगो के लिए कुर्सी टेबल और पानी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा निगम अधिकारियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डॉक्टर्स भी मौजूद है। जो लोगो के टीकाकरण की जिम्मेदारी संभाल रहे है।
निगम के जोनल ऑफिस में की गई टीकाकरण की शुरुआत में इंदौर निगम के झोन 15 पर एक बढ़िया तस्वीर देखने को मिली जो कोविड – 19 के दौर में लोगो के लिए उदाहरण पेश कर रही है। दरअसल, यहां 80 साल की वृद्धा रामप्यारी जायसवाल ने कोविशील्ड की पहली डोज लगवाई और फिर कुछ समय रुकने के बाद आराम से अपने परिजनों के साथ घर की ओर रवाना हो गई। हालांकि इसी ज़ोन पर अव्यवस्थाओ का आलम भी देखा गया। दरअसल, यहां वैक्सीनेशन के लगी भीड़ कतारबद्ध होकर मास्क और सोशल डिस्टेसिंग के पैमाने को भूलकर अपनी बारी का इंतजार कर रही थी। वही निगम सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं गया। ऐसे में प्रशासन की इस पहल का तो सभी स्वागत कर रहे है है लेकिन प्रशासन के लिए कोविड – 19 के प्रोटोकॉल को फॉलो करवाना किसी बड़ी चुनौती से कम नही है।