भोपाल डेस्क रिपोर्ट।भोपाल के जयप्रकाश जिला चिकित्सालय में कांग्रेस नेताओं द्वारा डॉक्टर के साथ बदसलूकी का मामला गरमा गया है। इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संज्ञान लेते हुए घटना की निंदा की है। अब वहीं डॉक्टरों के संगठन ने अब इस मामले में कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है ।
पूर्व मंत्री समर्थकों द्वारा डॉक्टर से बदसलूकी, आहत डॉक्टर ने दिया इस्तीफा
कोरोना के इस काल में डॉक्टर भगवान बने हुए हैं ।दिन और रात देखे बिना पिछले लगभग डेढ़ साल से डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना पीड़ितों की सेवा कर रहे हैं। कई डॉक्टर तो असमय कोरोना संक्रमित हो अपनी जान भी गंवा चुके हैं। वर्तमान में तो हालात यह है कि डॉक्टरों को दम लेने की फुर्सत नहीं क्योंकि लगभग सभी सरकारी और निजी चिकित्सालय में मरीजों की भीड़ लगी है। ऐसे में डॉक्टरों के साथ यदि किसी तरह का दुर्व्यवहार होता है तो उनका नाराज होना स्वाभाविक है। भोपाल के जयप्रकाश जिला चिकित्सालय में शनिवार की दोपहर ऐसा ही वाकया हुआ। पिछले सवा साल से कोविड वार्ड के प्रभारी डॉ योगेंद्र श्रीवास्तव ड्यूटी पर थे कि दोपहर 12 बजे पंचशील नगर निवासी 36 वर्षीय युवक बेहद खराब स्थिति में उनके पास लाया गया ।डॉक्टर के अनुसार उस मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन काफी कम था और उन्होंने बता दिया था कि उसके बचने की संभावना बेहद कम है और क्योंकि अस्पताल में बेड खाली नहीं और उसे कहीं ले भी नहीं जाया जा सकता इसीलिए उन्होंने इमरजेंसी रूम में ही उसकी भरसक कोशिश की लेकिन दोपहर लगभग 2.30 पर मरीज की मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व पार्षद योगेंद्र चौहान गुड्डू के नेतृत्व में डॉक्टर को घेर लिया ।उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें अपमानित किया ।डॉक्टर इस कदर घबरा गए कि वे रोने लगे और थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।