बिना अनुमति के लगुन-फलदान कार्यक्रम में भीड़ जुटाना पड़ा महंगा, पुलिस ने किया मामला दर्ज

मुरैना, संजय दीक्षित। मप्र (MP) में बढ़ती कोरोना महामारी (Corona epidemic) को लेकर समूचे प्रदेश के शहरों, गांव और कस्बों में जिला प्रशासन की दी हुई समय सीमा तक कोरोना कर्फ्यू (Corona curfew) लगा दिया गया है। जिसमें शादी समारोह से लेकर हर कार्यक्रम को पूर्णतः स्थगित करने के सख्त निर्देश दिए गए थे, पर बावजूद इसके मुरैना (Morena) में नियमों को ताक पर रख कर एक परिवार ने शादी के लगुन-फलदान समारोह को आयोजित किया और बिना अनुमति के भीड़ जुटा ली, पर अधिकारीयों की आंख में धूल झोकने से वह नाकाम रहे और जैसे ही इसकी खबर मुरैना पुलिस और प्रशासन को लगी तो वह दल-बल के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। और धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया।

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गौरतलब है कि मुरैना प्रशासन द्वारा कोरोना काल मे शादी समाहरोह में केवल 50- 50 व्यक्तियों की अनुमति दी गयी है। शादी समाहरोह की अनुमति के लिए प्रशासन ने एसडीएम को नियुक्त किया है। लेकिन इसके बावजूद शादी समाहरोह में लोग चोरी छिपे भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं। ऐसा ही मामला अम्बाह थाने के ग्राम खांद के पुरा में देखने को मिला है। जिसमें बिना अनुमति के लगुन-फलदान में अनुमति से काफी ज्यादा भीड़ जुटाई गयी थी। सूचना मिलते ही अम्वाह थाने में इन्चार्ज थाना प्रभारी एसआई विवेक तोमर ने ग्राम खांद का पुरा मे पहुँचकर देखा तो सीताराम पुत्र गंगा सिंह तोमर अपने लड़के मोनू उर्फ विक्रम तोमर की लगुन फलदान का कार्यक्रम अपने निवास पर कर रहे थे। उनके पास कार्यक्रम करने की अनुमति भी नहीं थी। जिसकी सूचना की तस्दीक हेतु विवेक तोमर स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि मोनू उर्फ विक्रम तोमर के लगुन फलदान का कार्यक्रम चल रहा है जहाँ पर 60 के करीबन व्यक्ति समारोह मे शामिल थे। जब अधिकारीयों ने आयोजकों का पता किया तो दो व्यक्ति सामने आये जिनमे से पहले का नाम सीताराम पुत्र गंगासिंह तोमर निवासी ग्राम खांद का पुरा और दूसरे ने अपना नाम राधेश्याम पुत्र गंगासिह तोमर निवासी खांद का पुरा का होना बताया हैं। कार्यक्रम करने की अनुमति के संबंध मे दस्तावेज मांगे गए तो उन्होने अपने पास अनुमति नही होना बताया हैं। जिसके बाद अधिकारीयों द्वारा आरोपीगणों के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया हैं।


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Harpreet Kaur