टीकमगढ़, आमिर खान। बीजेपी (BJP) की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) आज देर शाम अचानक टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंच गई। उमा भारती के पहुंचते ही वहां जिले के आला अफसर और तमाम डॉक्टर भी अस्पताल पहुंचे। उमा भारती ने सारे अमले के साथ कोविड मरीजों का हाल जाना और जिला अस्पताल का निरीक्षण कर इस दौरान उन्होंने जिला स्वास्थ अधिकारी एसके चौरसिया और सिविल सर्जन अमित चौधरी से भी व्यवस्थाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की और उन्होंने चेतावनी के अनुसार आने वाले समय में कोरोना से निपटने की तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिये की किसी भी तरह मरीज को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और जिला अस्पताल में आने वाले एक-एक मरीज को सुचारू इलाज मिलना चाहिए, कोई भी मरीज यहां से बिना इलाज के वापिस न जाने पाए इस पर विशेष ध्यान दें। वहीं उन्होंने इस मौके पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर भी निशाना साधा और कहा कि ममता चुनाव हारी हैं, लोगों ने टीएमसी (TMC) को वोट दिया है। इसलिए ममता को शपथ लेने की जगह किसी अन्य अपनी ही पार्टी के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना था।
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उमा भारती ने कहा कि देखिये यहां जहां-जहां से ऑक्सीजन सिलेंडर आते हैं। इसके उत्तरप्रदेश के कानपुर के जो बुन्देलखण्ड के कोरोना प्रभारी मंत्री हैं सतीश महाना उनसे मेरी बात हुई है, यहां टीकमगढ़ में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और जिला प्रशासन से भी बात की है कि अगर ऑक्सीजन में कहीं कोई कमी आए, तो वह मुझे तत्काल फोन करें मैं हरसंभव मदद करूंगी। मेरे पास फोन भी आए तो मैंने निदान किया है। अभी कुछ दिनों से फोन नहीं आए इसलिए लगा की काफी सुधार है। वही उन्होंने कहा कि मैं जिला अस्पताल के डॉक्टरों का भी हाल जाने आई हूं क्योंकि ये लोग भी मैदान में डटे हैं।
इसके साथ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आगे कहा कि जैसा की मैंने कहा है कि ये कोरोना वायरस गोरिल्ला की तरह है, जो सीधा अटैक करता है। रही रामराजा अस्पताल की बात तो वहां से झांसी मेडिकल कॉलेज करीब है और वहां भी हालात खराब हैं। मेरी रामराजा मेडिकल हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज (Shivraj) से बात हुई है। जल्द ही वहां और उचित इलाज मिल सकेगा।
ममता बनर्जी पर निशाना
अंत में उमा भारती ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि बंगाल में हिंसा बहुत निंदनीय है। मुझे तो आश्चर्य है कि ममता बनर्जी ने शपथ ली, क्योंकि वो चुनाव हार चुकी हैं। उनमें अगर नैतिक बल होता तो वह अपनी ही पार्टी के जीते हुए किसी अन्य व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाती। क्योंकि वहां एक बात खुल गई कि लोगों ने जो विश्वास जताया वह टीएमसी पर जताया है वो ममता बनर्जी पर नहीं और वहां से चुनाव हारी जहां जो उनकी तपस्या की भूमि थी, संघर्ष की, जिसमें पूरा देश उनके साथ हो गया था हम भी उनके साथ थे उस जगह से वह चुनाव हारी और शपथ ले ली, यह बहुत शर्मनाक है और ये लोकतंत्र की हत्या है।