मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ उनके अटेंडर आ रहे हैं। इससे वह भी संक्रमित होंगे और अन्य लोगों को भी संक्रमित करने का खतरा बना रहेगा, इसलिए वीडियो कॉल से बात करने की व्यवस्था की गई है। परिजन मरीज से वीडियो कॉल से बात कर सकते हैं। समूह के सदस्यों से चर्चा करते हुए यह भी निर्णय लिया गया है कि इस प्रकार की व्यवस्था बनाई जाएगी कि मरीजों के अटेंडर कुछ निर्धारित समय के लिए पूरी सुरक्षा के साथ पीपीई किट पहनकर मरीज से मिल सकेंगे। मंत्री सिंधिया ने कहा कि यह भी व्यवस्था की गई है कि टेस्ट में जो लोग पॉजिटिव आ रहे हैं उनकी स्थिति के अनुसार चिकित्सक द्वारा सलाह दी जाएगी कि उन्हें हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज या कोविड केयर सेंटर, कहां भर्ती किया जाना है।
ऑक्सीजन से लेकर गुणवत्ता युक्त खाने की व्यवस्था
बैठक में समूह के सदस्यों से सुझाव सुने गए और सभी से यह भी सहयोग की अपेक्षा की गई है कि लोगों को जागरूक करें। कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने में सभी का सहयोग जरूरी है। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मीडिया से भी सहयोग की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा है कि अभी सैंपलिंग भी बढ़ा दी गई है। जिन लोगों को कोई लक्षण दिखाई देते हैं वह टेस्ट जरूर कराएं। कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं। जिनके घरों में कम जगह है वह कोविड केयर सेंटर में आ सकते हैं। शिवपुरी शहर में पीएस होटल में कोविड केयर सेंटर तैयार किया गया है, जहां चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और गुणवत्ता युक्त खाने की व्यवस्था है।
मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर किए जारी
कोविड वार्ड की व्यवस्थाएं देख रहे डॉ संजय ऋषीश्वर ने बताया कि चिकित्सालय में वार्ड बॉय, पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सक नियुक्त किए गए हैं। अभी कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं उससे निगरानी की जा रही है और इस पर काम जारी है। उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया जा रहा है, जिससे कि किसी मरीज को कोई समस्या है और वह हॉस्पिटल आना चाहता है तो वह नंबर पर मैसेज करके बता सकता है।
बैठक मैं कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, एडीएम उमेश शुक्ला सहित अन्य संबंधित अधिकारी और क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के सदस्य मौजूद रहे।