भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट (Delta Plus Veriant) की दस्तक और तीसरी लहर (Corona Third Wave) की आहट को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने एक बार फिर कुछ पाबंदियां बढ़ा दी है। इसके तहत मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू रात 11 से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा।वही सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल और कोचिंग अभी नहीं खुलेंगे। साथ ही बाजार के समय बढ़ाने का फैसला भी 15 जुलाई के बाद लिया जाएगा।
इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में शादी/विवाह में मेहमानों की संख्या 50 ही रहेगी। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र के बाजार रात 8 बजे से ही बंद होंगे।आगामी हालातों को देखते हुए 15 जुलाई के बाद फैसला लिया जाएगा। गृह विभाग (Home Department) के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर राजेश राजौरा ने बुधवार को नई गाइड लाइन जारी की। इसमें 15 जून, 26 जून, 30 जून व 2 जुलाई को लागू किए गए प्रतिबंध यथावत रखते हुए 15 जुलाई तक प्रभावशील रहने की बात कही गई है।
मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू के जो प्रतिबंध लागू हैं, वे 15 जुलाई तक बरकरार रहेंगे। न तो कोचिंग संस्थान खुलेंगे और न ही सिनेमाघर। कोरोना संक्रमण पूरी तरह नियंत्रण में होने के कारण संभावना जताई जा रही थी कि 8 जुलाई से अनलॉक के तहत कुछ और छूट दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि नई गाइडलाइन अब 15 जुलाई को आएगी।
अपर मुख्य सचिव गृह डॉ.राजेश राजौरा ने बताया कि फिलहाल प्रतिबंधों में कोई नई छूट नहीं दी जा रही है। हालांकि, अधिकांश मामलों में प्रतिबंध से राहत पहले ही दी जा चुकी है।सुत्रों के मुताबिक, अनलॉक को लेकर गठित मंत्री समूह ने सिनेमाघर और कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति देने की अनुशंसा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा है कि टीकाकरण के आधार पर अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, यह निर्णय कोरोना की स्थिति को देखते हुए आवश्यकता के आधार पर ही लिया जाएगा।
बता दे कि बीते दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान ( CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा था कि हम तीसरी लहर की संभावनाओं के कारण स्कूल खोलने (MP School Reopen) का फैसला नहीं ले रहे हैं। ट्यूशन फीस (tuition fees) इस साल बढ़ाई नहीं जाएगी, यह मेरे निर्देश हैं। तीसरी लहर की संभावना खत्म हुई तो हम स्कूल खोलने पर विचार करेंगे।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)