लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election 2024) में हालाँकि अभी बहुत समय है लेकिन विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को घेरने की तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी है। विपक्षी दलों के बड़े नेता एक दूसरे से मेल मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनकी सरकार (Modi Government) को घेरने की पुख्ता रणनीति बना रहे हैं। अब सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने 19 विपक्षी दलों से वर्चुअल मीटिंग कर मोदी सरकार को घेरने के लिए प्लानिंग की है। सोनिया की बैठक में तय हुआ कि 20 सितम्बर से 30 सितम्बर तक एक महीने सभी विपक्षी दल एक साथ मिलकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) द्वारा शुक्रवार को आयोजित बैठक पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने तंज कसा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज कल मैडम को विपक्षीय एकता याद याद आ रही है जब कांग्रेस के पास कुछ नहीं है न अस्तित्व है, न विचारधारा है। कांग्रेस अपना अध्यक्ष तो बना नही पा रही है कांग्रेस के पास है क्या।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि कांग्रेस के पास कुछ नहीं है, कांग्रेस के पास खाने को दाने नहीं हैं । परिवार मोह में अंधी कांग्रेस (Congress) दिशा भ्रष्ट हो गई है। कांग्रेस तो ऐसी नाव हो गई है जो खुद तो डूबेगी और जो उसमें बैठेगा वो भी डूबेगा। हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोनिया गांधी पर कसे गए तंज का मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ जवाब दिया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा – कांग्रेस का अस्तित्व तो उस समय से है जब शिवराज जी और भाजपा के नेताओं का जन्म भी नहीं हुआ था। कांग्रेस की विचारधारा ने ही वर्षों से सभी को आज तक जोड़े रखा है, कांग्रेस की विचारधारा सब को एक करने की है , वहीँ भाजपा की विचारधारा लोगों को बांटने की है।
कमलनाथ ने आगे लिखा – भाजपा की विचारधारा तो किसानों के शोषण की है, युवाओं को बेरोज़गार बनाने की है, महिलाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाने की है, कोरोना में कुप्रबंधन से लोगों की जान लेने की है, महंगाई बढ़ाने की है, झूठे वादों की है, जुमलों की है?
कांग्रेस की विचारधारा ने ही भारत को आज़ाद कराने में अपना योगदान दिया, देश को इस मुक़ाम पर पहुँचाया, देश की इतनी संपतियाँ बनायी, जिसको आज भाजपा सरकार रोज़ बेच रही है? जो लोग देश की आज़ादी के संघर्ष से ग़ायब रहे, माफ़ीनामा लिखते रहे, वो आज कांग्रेस के अस्तित्व व विचार धारा पर किस मुँह से सवाल उठा रहे है?
उन्होंने लिखा जहां तक विपक्ष की बात है तो विपक्ष की ताक़त तो भाजपा निरंतर देख ही रही है और हर जगह मुँह की खा भी रही है ? रस्सी जल रही है लेकिन बल अभी भी नही जा रहा है ? यह भी तय है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियो से जल्द ही पूरे देश से भाजपा की नाव डूबेगी।