मां गांव छोड़ कर पुतलीबाई को आगरा ले गई, वहां भी पुतली ने खूब पैसा और शोहरत कमाया। उसकी चर्चा चंबल के बीहड़ में होने लगी थी। लेकिन उसके पीछे पुलिस वाले पड़ गए जिसके कारण पुतलीबाई को गांव वापस आना पड़ा।
पुतलीबाई को भी सुल्ताना से प्यार हो गया और उसके बच्चे की मां भी बनने वाली थी। लेकिन उसे बारूद, चोरी, कत्ल और डकैती पसंद नही आई और अपने भविष्य की चिंता करते हुए उसने गांव वापस आने का फैसला लिया।
पुतली में उन पुलिस वालों उनके परिवार को अपना शिकार बनाया जिन्होंने उसकी इज्जत पर हाथ डाला था। उसने उन लोगों की उंगलियां काट दी।