भोपाल।
मध्यप्रदेश उपचुनावों से पहले कांग्रेस ने सिंधिया के गढ़ में बड़ी सेंध लगाई है। कांग्रेस ने गुना जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री के एल अग्रवाल अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है।वे करीब 400 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए है। उपचुनाव से पहले यह बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस मौके पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बडा बयान सामने आया है।नाथ का कहना है कि वहीं पार्टी छोड़कर जाने वालों नेताओं को लेकर कहा कि के एल अग्रवाल पार्टी से बगावत करने वालों को घर बिठाने का लक्ष्य लेकर कांग्रेस में आए हैं।
वही कमलनाथ ने उपचुनाव में जीत का दावा किया है और कमबैक की बात कही है। नाथ का कहना है कि कांग्रेस एक बार फिर से प्रदेश में सरकार बनाएगी। वहीं किसानों के साथ जो भी वादे किए हैं, वो सब पूरे किए जाएंगे।कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव के बाद हमारी सरकार बनेगी, मुझे वोटर्स पर भरोसा है। सच्चाई का साथ देंगे,भविष्य को सुरक्षित रखेंगे। वहीं हम किसानों की कर्ज माफ करेंगे।
कमल नाथ ने इस दौरान कहा कि कांग्रेस का झंडा प्रदेश में फिर लहराएगा। आने वाला उपचुनाव मध्य प्रदेश का भविष्य है, सत्ता में आने पर हम पूरा कर्जा माफ करेंगे। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिकाऊ माल अपने साथ ले गए हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए यह सौदेबाजी हुई है।
संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस अग्रवाल को पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ख़िलाफ़ बमोरी से चुनाव लड़वा सकती है।सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने उपचुनाव वाली 24 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे कराया है। बमोरी सीट पर लोगों ने केएल अग्रवाल को पहली वरीयता दी है। इसकी रिपोर्ट कमलनाथ को मिलते ही उन्होंने सीधे अग्रवाल से बात की और भोपाल बुलाया। कन्हैया लाल अग्रवाल अग्रवाल शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में मंत्री रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि अग्रवाल को कांग्रेस में शामिल कराने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गौरतलब है कि अग्रवाल 2013 में भाजपा के टिकट पर बमोरी से लड़े थे और उन्हें पूर्व विधायक और वर्तमान में मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास में महेंद्र सिंह सिसोदिया ने हराया था। इसके बाद वर्ष 2018 में हुए चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। अब अग्रवाल कांग्रेस मे शामिल हो गए है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि वे फिर से उपचुनाव में बमोरी से सिसोदिया के खिलाफ चुनाव लड़ सकते है।सिसोदिया बमोरी से 2018 में चुनाव जीत चुके हैं तब उन्होंने भाजपा उम्मीदवार आजाद को हराया था। इस चुनाव में अग्रवाल को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। तभी से अग्रवाल पार्टी से नाराज चल रहे थे परंतु तो है उन्होंने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। अग्रवाल 2008 से 2013 के बीच शिवराज सिंह मंत्रिमंडल में मंत्री रहे हैं।