इंदौर, आकाश धोलपुरे। उच्च शिक्षा मंत्री सोमवार को इंदौर में थे, यहां उन्होंने अलग अलग कार्यक्रमो में शिरकत कर विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रमुखों से चर्चा की। इस दौरान मीडिया से चर्चा में उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि नई शिक्षा नीति इस वर्ष से ही लागू की जाएगी।
इंदौर पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के होलकर कॉलेज में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अतिथि विद्वान के नियुक्तियों से जुड़े मामले में कहा कि प्रदेश में करीब 4200 अतिथि विद्वान हैं, जिनमें से 3500 अतिथि विद्वानों को सरकार काम पर लगा चुकी है। वहीं शेष अन्य 700 अतिथि विद्वानों को अलग-अलग जगह नियुक्त करने के लिए प्रयास जारी हैं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से इस बारे में चर्चा हुई है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमने अतिथि विद्वानों को अप्रैल से लेकर जुलाई तक के पैसा दिए हैं। हमने प्राचार्य को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अतिथि विद्वान भले ही ना पढ़ाएं लेकिन उनके आने पर भी उन्हें तनख्वाह दी जाए। वहीं उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमने कोरोना काल में भी ज्यादातर अतिथि विद्वानों को न्यूनतम धनराशि मिल सके, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की है। अतिथि विद्वानों से अन्य व्यवस्था में काम लिए जाने के मामले पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम घर बैठे तो किसी को पैसा नहीं देंगे।