राष्ट्रगीत वंदेमातरम को लेकर विपक्ष द्वारा किए जा रहे विवाद पर भाजपा नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया सामने या रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विरोध करने वालों को गद्दार बताया और सलाह दी कि वे इसे नहीं गया सकते तो पाकिस्तान चले जाएं।
वंदे मातरम की 150वीं एनिवर्सरी पर संसद में 10 घंटे चर्चा हुई, प्रधानमंत्री ने इसके साथ छेड़छाड़ की बात काही और कांग्रेस को निशाने पर लिया जिसने देश की सियासत में तूफान ला दिया, कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के अधिकांश नेताओं ने इसे गैर जरूरी बताया और संसद का समय बर्बाद करने वाला बताया।
कांग्रेस सहित अन्य दलों में मुस्लिम सांसदों, विधायकों सहित अन्य बड़े नेताओं ने भी वंदेमातरम की चर्चा को गैर जरूरी बताया उन्होंने देश की वर्तमान समस्याओं पर से जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद भी उन नामों से एक हैं जो स्पष्ट कह चुके हैं कि मैं वंदेमातरम नहीं गाऊँगा, मेरा मजहब इसकी इजाजत नहीं देता।
राष्ट्रगीत के विरोध के बीच मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है, मीडिया से बात करते हुए सारंग ने कहा, एक बात स्पष्ट है हिंदुस्तान में रहना है तो वंदेमातरम गाना ही होगा, उन्होंने कहा वंदेमातरम राष्ट्र के सम्मान का सूचक है।
वंदेमातरम आजादी की लड़ाई के संघर्ष का प्रतीक
मंत्री सारंग ने कहा वंदेमातरम वो राष्ट्रीयता का सम्मान है जिसको आत्मसात करते हुए अनेक क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर किया, वंदेमातरम आजादी और आजादी की लड़ाई के संघर्ष का प्रतीक है और जो लोग यह कहते हैं कि वंदेमातरम नहीं गायेंगे वो गद्दारों की श्रेणी में हैं।
धार्मिक उन्माद फैलाना, अब नहीं चलेगा
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा हिंदुस्तान में रहकर अगर वंदेमातरम गाने में परहेज है तो पाकिस्तान चले जाओ, फिरकापस्ती की बातें करना, धार्मिक उन्माद फैलाना, तुष्टीकरण की राजनीति करके चुनाव लड़ना और जीतने की कोशिश करना, यह अब देश में नहीं चलेगा
….तो वो पाकिस्तान की नागरिकता ले ले
भाजपा के तेज तर्रार नेता ने कहा जो वंदेमातरम नहीं गाता वो गद्दार है, यह धर्म विशेष का मामला नहीं है, अब्दुल कलाम और अशफाकउल्ला ने भी वंदेमातरम गाया था, इस प्रकार की बातें कर धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं तो नहीं चलेगा, गद्दारों को यदि वंदेमातरम गाने में परहेज है तो वो पाकिस्तान की नागरिकता ले ले वहाँ बस जाएं।





