बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव 2025 होने जा रहा है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा लगातार जारी है। सूत्रों के अनुसार, वे 29 सितंबर को फिर बिहार आ सकते हैं और पटना मेट्रो का उद्घाटन कर सकते हैं। फिलहाल मेट्रो का परिचालन तीन स्टेशनों के बीच होगा, लेकिन भविष्य में इसका विस्तार धीरे-धीरे पूरे शहर में किया जाएगा। चुनावी वर्ष होने के कारण उद्घाटन की तैयारियां पूरी युद्धस्तर पर हैं। यह पीएम का इस साल आठवां बिहार दौरा होगा। उद्घाटन से शहरवासियों को तेज, सुरक्षित और समयबद्ध परिवहन का लाभ मिलेगा और यातायात का दबाव भी कम होगा।
मेट्रो का परिचालन और लाभ
पटना मेट्रो फिलहाल तीन स्टेशनों के बीच परिचालित होगी। इससे न केवल यातायात का दबाव कम होगा बल्कि शहर में प्रदूषण और आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार आएगा। निजी वाहनों और बसों पर दबाव घटेगा, यात्रियों को सुरक्षित और तेज़ परिवहन का विकल्प मिलेगा। भविष्य में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार कर इसे और अधिक स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। यह परियोजना शहरवासियों के लिए लंबी दूरी की यात्रा आसान और समयबद्ध बनाने के लिए तैयार की गई है।
स्टेशनों की जानकारी और तकनीकी तैयारी
पटना में कुल पांच मेट्रो स्टेशन तैयार हैं – न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी। प्रथम चरण में तीन स्टेशनों पर ही परिचालन शुरू होगा। तीन कोच वाली मेट्रो को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। प्रत्येक कोच में 300 यात्री बैठ सकते हैं, यानी पूरी ट्रेन में एक ट्रिप में लगभग 900 यात्री यात्रा कर सकेंगे। ट्रेन में 360 डिग्री निगरानी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही आपात स्थिति में रेड बटन दबाकर ड्राइवर से संपर्क संभव है।
सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी
मेट्रो संचालन के दौरान सुरक्षा प्राथमिकता होगी। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीसैप) को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। यात्रियों की एंट्री पर मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनिंग जैसी तकनीक का इस्तेमाल होगा। सुरक्षा और निगरानी के आधुनिक इंतजाम यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा देंगे। इस पूरी तैयारी के साथ पटना मेट्रो जल्द ही शहर के लिए एक नई राह और आधुनिक परिवहन का उदाहरण बनेगी, जिससे यातायात और सुविधा दोनों बेहतर होंगे।





